कोलकाता : हाल ही में पश्चिम बंगाल राजभवन में राज्यपाल की ओर से पश्चिम बंगाल दिवस का पालन किया गया था जिसे लेकर खूब हंगामा हुआ था। अब राज्य सरकार ने पश्चिम बंगाल दिवस निर्धारण करने के लिए एक समिति बनाई है जिसमें भारतीय जनता पार्टी के विधायक और मुख्य सचेतक मनोज टिग्गा को रखा गया है। इसे लेकर सोमवार को मनोज ने दावा किया है कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है।
राज्य विधानसभा सूत्रों ने बताया है कि इस समिति में संयोजक के तौर पर विधानसभा के उपाध्यक्ष आशीष बनर्जी को जगह दी गई है जबकि इसमें अध्यक्ष विमान बनर्जी, संसदीय कार्य मंत्री शोभन देव चटर्जी, शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु, कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम, वित्त राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य, पंचायत मंत्री शिउली साहा और भाजपा छोड़कर तृणमूल में शामिल हुए विश्वजीत दास को भी जगह दी गई है। सोमवार को मनोज ने कहा कि उन्हें समिति में जगह देने के लिए उनसे कोई अनुमति नहीं ली गई। सोमवार को इस समिति की बैठक हुई जिसमें वह शामिल नहीं हुए। मनोज ने कहा कि मुझे ना तो फोन किया गया ना मैसेज किया गया ना ही किसी अधिकारी के जरिए से जानकारी दी गई है। इस बैठक में शामिल होने का कोई आमंत्रण भी नहीं मिला है। इसलिए इसमें शामिल होने की कोई आवश्यकता नहीं है।
उल्लेखनीय हैं कि भाजपा 20 जून को पश्चिम बंगाल दिवस के तौर पर पालन करती है क्योंकि 1947 में 20 जून को बंगाल प्रादेशिक विधानसभा में मतदान के बाद पश्चिम बंगाल को अलग राज्य बनाने का दर्जा मिला था। हालांकि पश्चिम बंगाल का एक बड़ा तबका इस दिन का विरोध करता है क्योंकि यह बंगाल के बंटवारे से संबंधित रहा है।