कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को तृणमूल छात्र परिषद (टीएमसीपी) स्थापना दिवस के मौके पर एक बार फिर केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि जिस तरह से उन्होंने 34 सालों के आतताई माकपा शासन का अंत किया है उसी तरह से अब केंद्र से भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकना उनका मकसद है। उन्होंने यह भी दावा किया कि लोकसभा चुनाव अगले साल नहीं बल्कि इसी साल दिसंबर में हो सकते हैं क्योंकि भारतीय जनता पार्टी ने सारे हेलीकॉप्टर प्रचार के लिए बुक कर लिया है।
बनर्जी ने कहा कि यदि भाजपा को लगातार तीसरी बार सत्ता में मिलती है तो फिर देश तानाशाही की ओर बढ़ जाएगा। यदि भाजपा लगातार तीसरी बार सत्ता में आती है तो फिर देश में तानाशाही स्थापित हो जाएगी। मेरा पक्का अनुमान है कि वे लोकसभा के चुनाव दिसंबर 2023 तक करा सकते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा पहले ही पूरे देश में अलग-अलग समुदायों के बीच दुश्मनी फैला चुकी है। अब यदि वे सत्ता में लौटते हैं तो फिर देश नफरत से भर जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा ने लोकसभा चुनाव की तैयारी पूरी कर ली है। कैंपेन के लिए उन्होंने सारे हेलिकॉप्टरों को बुक करा लिया है। ऐसा इसलिए किया है ताकि दूसरे दल हेलिकॉप्टर न पा सकें।
राज्यपाल को भी चेतावनी
इस संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सीधे तौर पर राज्यपाल डॉक्टर सी.वी. आनंद बोस को भी चेतावनी दे दी। उन्होंने कहा कि चुनी हुई सरकार से पंगा मत लीजिए। उन्होंने कहा कि बंगाल से तीन दशक के माकपा राज को खत्म किया था। अब लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराएंगे।
गोली मारो का नारा लगाने वालों की होगी गिरफ्तारी
इसके अलावा जादवपुर विश्वविद्यालय में छात्र की मौत के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और भाजपा जनता युवा मोर्चा की ओर से हुए प्रदर्शन में देश के गद्दारों को गोली मारो के नारे को लेकर भी आपत्ति जताई। उन्होंने पुलिस को निर्देश देते हुए कहा कि ऐसे नारे लगाने वालों के तत्काल गिरफ्तारी होनी चाहिए।
ममता ने कहा कि यह उत्तर प्रदेश नहीं है। उन्होंने कहा कि विवादित नारे लगाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई और उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह यूपी नहीं बंगाल है। यहां इस तरह के नारों को बर्दाश्त नहीं कर सकते।
इसके अलावा उत्तर 24 परगना में हुए ब्लास्ट के लिए भी उन्होंने भ्रष्ट पुलिस कर्मियों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि कुछ पुलिस अधिकारी हैं जो भ्रष्ट हैं। वे अपराध देखकर भी आंख बंद करके रह रहे हैं। उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।