कोलकाता : पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में अब मच्छर जनित बीमारी डेंगू की वजह से एक युवा डॉक्टर की भी जान चली गई है। उनका नाम देवद्यूति चटर्जी है। वह महज 28 साल के थे। दक्षिण कोलकाता में ढाकुरिया के शहीद नगर के रहने देवद्युति कोलकाता मेडिकल कॉलेज के रीजनल इंस्टीट्यूट आफ आप्थाल्मालॉजी में डॉक्टर थे। 12 सितंबर को उन्हें मिंटो पार्क के पास एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां शुक्रवार सुबह 4:40 पर उन्होंने अंतिम सांस ली है।
मौत की वजह के तौर पर डेंगू संक्रमण का उल्लेख किया गया है। खास बात यह है कि उन्होंने अपना पूरा शरीर पहले ही दान कर दिया था। कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल को उन्होंने अपना देह दान किया है। उनके पार्थिव शरीर को अस्पताल की ओर से ले जाया गया है।
पारिवारिक सूत्रों ने बताया है कि लंबे समय से वह बुखार, सर्दी खांसी के लक्षणों से पीड़ित थे। जांच में उनके डेंगू संक्रमित होने की पुष्टि हो गई थी जिसके बाद घर पर ही उनकी चिकित्सा चल रही थी। अचानक ब्लड प्लेटलेट्स गिरने की वजह से उन्हें मिंटो पार्क के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। चार दिनों की चिकित्सा के बाद शुक्रवार सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया है।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल में डेंगू की वजह से करीब डेढ़ दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है। पूरे राज्यों में 15 हजार से अधिक लोगों के संक्रमित होने की सूचना है।