भोपाल : मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में वेब सीरीज आश्रम-3 की शूटिंग के दौरान रविवार रात बजरंग दल के कार्यकर्ताओं और फिल्म निर्माता प्रकाश झा के बीच विवाद देखा गया। नाराज बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने उन पर स्याही फेंककर अपना गुस्सा जताते हुए कहा कि आश्रम-3 नाम से बनने वाली वेब सीरीज, सीधे हिन्दू समाज की आस्था पर प्रहार है।
बजरंग दल को इस सीरीज आश्रम के नाम पर आपत्ति है। संगठन का कहना है कि हमारे पूज्य संत आश्रम में निवास करते हैं, उनकी प्रेरणा से समाज चलता है। इस वेब सीरीज में दिखाया जा रहा है कि आश्रम गोरखधंधा, अय्याशी का अड्डा है, यहां महिलाओं-भक्तों का शोषण होता है। यह पूर्ण रूप से असत्य है और यह सब केवल हिन्दू समाज की भावनाओं को आहत करने किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि शूटिंग पुरानी जेल (अरेरा हिल्स) में चल रही थी। कार्यकर्ताओं ने जेल परिसर के अंदर ही वेब सीरीज की टीम के कर्मचारियों को दौड़ाया और आक्रोश में वैनिटी वैन समेत कुछ गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए। घटना की सूचना मिलने के बाद में पुलिस मौके पर पहुंची और सभी बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को वहां से खदेड़ा गया।
इस पूरे मामले को लेकर अब तक फिल्म निर्माता-निर्देशक प्रकाश झा ने पुलिस में शिकायत करने से मना कर दिया है। उन्होंने इस संबंध में मीडिया से अबतक कोई बातचीत नहीं की है और न ही अपना कोई पक्ष रखा है। घटना के दौरान वेब सीरीज के एक्टर बॉबी देओल भी मौजूद थे।
डीआईजी इरशाद वली का पूरे घटनाक्रम को लेकर फिलहाल यही कहना है कि अभी झा की तरफ से कोई शिकायत नहीं की गई है। कानून तोड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। पुलिस हंगामे में शामिल सभी की पहचान करते हुए हिरासत में लेने के काम में जुटी है।
वहीं, दूसरी ओर विश्व हिन्दू परिषद बजरंग दल मध्य भारत प्रांत के संयोजक सुशील सुडेले ने कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी का मतलब यह नहीं है कि आप बहुसंख्यक हिन्दू समाज की धार्मिक सांस्कृतिक भावनाओं को आहत करें। इस प्रकार के विषय अन्य धर्म के साथ करने में इन भ्रमित लोगों की हिम्मत भी नहीं होती। यह हिन्दू अस्मिता पर वैचारिक आक्रमण है। इस सम्पूर्ण विषय में पूज्य संतों एवं जनमानस में बहुत आक्रोश है।
विश्व हिन्दू परिषद बजरंग दल मध्यभारत, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं वेब सीरीज के निर्देशकों से आग्रह करता है कि इस प्रकार के विषय पर निर्माण और पवित्र नामों का दुरुपयोग ना करें। मुख्यमंत्री ध्यान दें कि मध्य प्रदेश की धरती इस तरह से किसी भी हिन्दू विरोधी कार्य की भूमि न बने और आगे कभी भी इस प्रकार के विषयों पर मध्य प्रदेश में शूटिंग की अनुमति नहीं दी जाए। उन्होंने कहा है कि आश्रम परंपरा हमारी पहचान है। किसी आश्रम में यदि कोई अपराध हुआ है तो उसके नाम से वे फिल्म बनाएं। सभी आश्रमों को बदनाम नहीं करें।