कोलकाता : कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई ने गुरुवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार की आलोचना की। पवार ने पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष एवं लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ बोलने से पहले सोचने की सलाह दी थी।
अधीर रंजन पर पवार की टिप्पणी थी कि बनर्जी और चौधरी के बीच जारी कड़वाहट वांछनीय नहीं है और चौधरी को मुख्यमंत्री के खिलाफ लगातार कठोर शब्दों का इस्तेमाल करने से पहले सोचना चाहिए। पवार की टिप्पणियों पर चौधरी ने कहा कि एनसीपी नेता ने जो कुछ कहा, वह उनका निजी दृष्टिकोण था, जो पश्चिम बंगाल में जमीनी हकीकत से परे है। चौधरी ने कहा, “पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस आतंक का दूसरा नाम है और कांग्रेस पीड़ित है। मैं पश्चिम बंगाल के लिए प्रासंगिक राजनीतिक स्थिति पर बोल रहा हूं।”
राज्य कांग्रेस के नेता सौम्या आइच रॉय ने दावा किया कि पवार पश्चिम बंगाल में जमीनी हकीकत की स्पष्ट समझ के बिना बोल रहे हैं।
सीपीआई (एम) नेतृत्व ने भी इस घटनाक्रम पर चौधरी का समर्थन किया है। पार्टी की केंद्रीय समिति के सदस्य डॉ. सुजन चक्रवर्ती ने कहा कि अगर एनसीपी नेता वास्तव में सोचते हैं कि तृणमूल कांग्रेस भाजपा की विरोधी है, तो उन्हें तृणमूल को महाराष्ट्र में कुछ सीटों पर चुनाव लड़ने की अनुमति देनी चाहिए। उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि क्या एनसीपी नेता के पास इस बात का कोई जवाब है कि उनके भतीजे के नेतृत्व में उनकी पार्टी का एक गुट क्यों अलग हो गया और भाजपा से हाथ मिला लिया।