– भाजपा के बाद कांग्रेस और वाम दलों ने भी साधा निशाना
कोलकाता : राशन वितरण भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक को लेकर विपक्ष एक सुर में हमलावर हो गया है। भाजपा के साथ साथ अब कांग्रेस और वाम दलों ने भी इस मामले को लेकर सत्तारूढञ पार्टी पर निशाना साधा है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा है कि ज्योतिप्रिय मल्लिक मोहरा हैं। हकीकत यह है कि राज्य भर में राशन वितरण में भ्रष्टाचार है। शुक्रवार को उन्होंने कहा है कि खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत केंद्र से मिलने वाले राशन को पश्चिम बंगाल में बड़े पैमाने पर चोरी करके बाजारों में बेचा जाता है और इसमें सत्तारूढ़ पार्टी के शीर्ष से लेकर निचले स्तर तक के लोग शामिल हैं। इन सभी की गिरफ्तारी होनी चाहिए। सुकांत ने इशारे इशारे में इसमें ममता बनर्जी की भी संलिपिता की बात कही है।
दूसरी तरफ माकपा नेता सुजन चक्रवर्ती ने भी इस भ्रष्टाचार को राज्य के बड़े भ्रष्टाचारों में शुमार किया है। उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अच्छी तरह से जानती थीं कि ज्योतिप्रिय मल्लिक गिरफ्तार हो जाएंगे इसीलिए एक दिन पहले ही उन्होंने आशंका जाहिर कर दी। हकीकत यह है कि दिल्ली से उन्हें हर पल का अपडेट दिया जाता है। उन्होंने कहा कि ममता ने कोलकाता पुलिस के पूर्व कमिश्नर राजीव कुमार के लिए धरना दिया था लेकिन ज्योतिप्रिय के लिए क्यों सीजीओ कंपलेक्स जाकर आंदोलन नहीं कर रही हैं। उन्होंने कहा बंगाल सरकार 10 करोड़ लोगों के राशन देने की बात करती है लेकिन इसमें बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार है। सुजन ने कहा है, “विधायक रहते हुए मैंने कई बार इस बारे में सवाल पूछा लेकिन सरकार ने लगातार आंकड़े में हेर फेर किया। राज्य की जनसंख्या 9.5 करोड़ है। करीब 20 फ़ीसदी लोग राशन नहीं लेते हैं। अधिकतम 7.5 करोड लोग राशन लेते हैं। बाकी ढाई करोड़ लोगों का राशन हर महीने चोरी हो रहा है।
उधर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने भी ममता सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि राज्य के शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार से भी बड़ा राशन वितरण भ्रष्टाचार है। पूरे पश्चिम बंगाल में योजनाबद्ध तरीके से राशन की लूट हुई है। सामान्य लोगों के पेट पर लात मार कर राशन लूटे गए हैं। कोरोना के समय बच्चों का निवाला छीन कर भी तृणमूल के नेताओं ने राशन चोरी की और बेचा है। उन्होंने कहा कि जो मंत्री गिरफ्तार हुए हैं उनके अलावा और कौन-कौन से लोग इसमें शामिल हैं, यह तो जांच में पता चलेगा लेकिन यह कह सकता हूं कि यह राज्य का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार है।