कोलकाता : पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा के भव्य आयोजन के बाद शुक्रवार को कोलकाता के राजपथ कहे जाने वाले रेड रोड पर शानदार पूजा आयोजनों की झांकी निकाली गईं। 33 दिनों के बाद शुक्रवार को पहली बार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने कालीघाट स्थित आवास से बाहर निकलीं और इस आयोजन में शामिल हुई हैं। यहां वह दुर्गा पूजा के थीम बनाने वालों के साथ थिरकीं भीं। स्पेन सफर के दौरान पैर में चोट लगने के बाद सीएम कालीघाट स्थित अपने आवास पर रह रही थीं। डॉक्टरों ने उन्हें आराम करने की सलाह दी थी। उसके बाद शुक्रवार की शाम रेड रोड पर पहुंची हैं।
रेड रोड को दुल्हन की तरह सजाया गया था। इसमें ब्रांड एंबेसडर से लेकर विभिन्न देशों के राजदूतों के प्रतिनिधियों और यूनेस्को को भी आमंत्रित किया गया। मुख्यमंत्री के पैर की चोट को ध्यान में रखते हुए कार्निवल के मुख्य मंच का अलग डिजाइन बनाया गया है। मुख्य मंच तक पहुंचने के लिए विशेष रैंप का निर्माण कराया गया है। मुख्यमंत्री के लिए सीढ़ियां की बजाय एक तरफ रैंप बनाया गया है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और विभिन्न देशों के 1500 से अधिक अतिथियों समेत कमोबेश ढाई हजार लोगों की उपस्थिति में कोलकाता और राज्य की 96 पूजा कमेटियों ने अपनी अपनी पूजा की विशेष खूबियों से संबंधित झांकियां प्रस्तुत की है। शाम 4:30 बजे से इनकी प्रस्तुति शुरू हो गई थी।
इसमें देश दुनिया के मेहमानों के शामिल होने के बावजूद राज्यपाल डॉक्टर सी.वी. आनंद बोस को आमंत्रित नहीं किया गया है। कार्यक्रम का अतिरिक्त आकर्षण प्रशंसित ओडिसी खिलाड़ी और भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की पत्नी डोना गांगुली के साथ-साथ उनके द्वारा संचालित नृत्य अकादमी के छात्रों का नृत्य प्रदर्शन रहा। नृत्य प्रदर्शन के गीत की पटकथा स्वयं मुख्यमंत्री ने लिखी है। इसलिए जब प्रदर्शन शुरू हुआ तो मुख्यमंत्री भी उसका हिस्सा बनी और थिरकती नजर आई हैं।
सबसे पहले लेक टाउन की पूजा कमेटी श्रीभूमि स्पोर्टिंग क्लब की ओर से झांकी प्रस्तुत की गई। विधायक और अग्निशमन मंत्री सुजीत बोस इस पूजा कमेटी के अध्यक्ष हैं। इसके बाद सुरुचि संघ, मोहम्मद अली पार्क, एकडलिया, भवानीपुर 75 पल्ली, बागबाजार सार्वजनिक समेत राज्यभर से चुनी गई सभी पूजा कमेटियों ने अपनी अपनी झांकी प्रस्तुत की। इस दौरान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इन कमेटियों को विश्व बांग्ला शारद सम्मान से पुरस्कृत किया है। कार्यक्रम के लिए सुरक्षा बेहद चुस्त थी। कोलकाता पुलिस के दो हजार से अधिक जवानों ने सुरक्षा की जिम्मेदारी संभाली थी। इसके अलावा कोलकाता पुलिस डॉग स्क्वाड, बॉम्ब स्क्वाड और अन्य दस्ते ने पूरे रेड रोड को सुरक्षा घेरे में ले रखा था। राज्य सरकार के सूचना व संस्कृति विभाग की ओर से आयोजित होने वाली इस प्रदर्शनी में मूर्तियों के घुसने के लिए जवाहरलाल नेहरू आईलैंड के पास में जगह बनाई गई थी जबकि झांकियां प्रस्तुत करने के बाद यह सारी मूर्तियां आउटराम रोड ईडेन गार्डेन होते हुए बाबूघाट पहुंची जहां दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाना है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वर्ष 2016 में पूजा कार्निवल की शुरुआत की थी। पहले वर्ष 30 प्रतिमाएं कार्निवल में शामिल की गयी थीं। वहीं, वर्ष 2017 में इनकी संख्या 56 थीं और 2018 में 75 कमेटियों को चुना गया था। 2022 में 95 पूजा कमेटियों ने हिस्सा लिया था जबकि इस साल 96 समितियों ने प्रदर्शनी प्रस्तुत की है। कोलकाता की मुदियाली पूजा कमेटी भी इस सूची में थी लेकिन अपनी 83 साल की परंपरा का पालन करते हुए इस कमेटी ने दशमी के दिन ही प्रतिमा का विसर्जन किया है। रेड रोड पर आयोजित हुई इस प्रदर्शनी का सीधा प्रसारण मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के फेसबुक और ट्विटर पेज समेत कोलकाता पुलिस और राज्य सरकार के सूचना में संस्कृति विभाग के आधिकारिक सोशल साइट पर किया गया है जिसे दुनिया भर से लाखों लोगों ने देखा है।