कोलकाता : केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) कोयला तस्करी मामले में गुरुवार को कोलकाता सहित पश्चिम बंगाल में कई स्थानों पर छापेमारी और तलाशी अभियान चला रही है। सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि दक्षिण कोलकाता के भवानीपुर, पश्चिम बर्दवान जिले के दुर्गापुर और कुल्टी तथा मालदा समेत अन्य जगहों पर एक साथ छापेमारी व तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। जिन 13 स्थानों पर सीबीआई के अधिकारी छापेमारी और तलाशी अभियान चला रहे थे, उनमें दो सेवानिवृत्त केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) कर्मियों के आवास भी शामिल हैं।
सीबीआई के अधिकारियों ने उनकी आय से अधिक बड़ी संपत्ति की पहचान की है। सीबीआई अधिकारियों की प्रत्येक टीम को केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के सशस्त्र कर्मियों द्वारा सुरक्षा प्रदान की जा रही है। अधिकारी ने कहा कि जिन लोगों के आवास और कार्यालयों पर छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया जा रहा है, उनमें वे लोग भी शामिल हैं, जो राज्य में करोड़ों के कोयला तस्करी मामलेे के मुख्य आरोपित अनूप मांझी उर्फ लाला के साथ घनिष्ठ संबंधों के कारण काफी समय से केंद्रीय एजेंसी के रडार पर थे। सीबीआई के अधिकारी कोयला तस्करी के सरगनाओं और सीआईएसएफ के अधिकारियों के एक वर्ग के साथ-साथ कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) की सहायक कंपनी ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल) के बीच सांठगांठ के प्रति विशेष रूप से सतर्क थे।
केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों का मानना है कि ईसीएल और सीआईएसएफ अधिकारियों की संलिप्तता के बिना इतने बड़े घोटाले को अंजाम नहीं दिया जा सकता। इस साल की शुरुआत में, सीबीआई अधिकारियों ने कथित कोयला तस्करी घोटाले के सिलसिले में ईसीएल के एक पूर्व निदेशक और केंद्रीय सीआईएसएफ के पूर्व निरीक्षक आनंद कुमार सिंह को गिरफ्तार किया था। सीबीआई के अनुसार, दोनों कथित घोटाले के लाभार्थी थे और उनके लाला के साथ करीबी संबंध थे।