अजमेर : मदार रेलवे यार्ड पर अजमेर-सियालदाह एक्सप्रेस के चार रैक पटरी से उतर गए। ट्रेन खाली थी और ऐसे में कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। हादसा सेफ्टी के लिए ब्रेक रीलिज करते समय रोल ऑवर होने से हुआ। सूचना के बाद रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुंचे और रेक को वापस पटरी पर चढ़ाने का कार्य शुरू किया।
अजमेर सियालदाह एक्सप्रेस मदार यार्ड में खड़ी थी। यहां साफ सफाई व अन्य सुरक्षा इंतजाम जांचे जा रहे थे। इसी दौरान सुबह करीब सात बजकर पचास मिनट पर सेफ्टी के लिए ब्रेक रीलिज करने के दौरान ट्रेक रोल ओवर हुई और खाली चार रैक पटरी से उतर गए। इस दौरान सूचना मिलने पर रेलवे के अफसर मौके पर पहुंचे और मौका मुआयना किया। रेलवे के पीआरआई अशोक चौहान ने बताया कि रैक को वापस पटरी पर चढाने का कार्य शुरू कर दिया है।
इमरजेंसी ब्रेक लगाए तो ट्रेन का डिब्बा पटरी से उतरा
जोधपुर से पालनपुर जा ही पैसेंजर ट्रेन के आगे रविवार रात भैंसा (पशु) आ जाने से इंजन के पीछे वाले डिब्बे को दो पहिए पटरी से उतर गए। पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाए। इससे ट्रेन में बैठे पैसेंजर में खलबली मच गई। अचानक ब्रेक लगने से अफरा-तफरी का माहौल हो गया। कई पैसेंजर ट्रेन में इधर-उधर भागने लगे, ट्रेन रुकने पर वे नीचे उतरे। हादसा बालोतरा जिले के समदड़ी रेलवे स्टेशन से 200 मीटर पहले हुआ। जानकारी मिलने पर रेलवे इंजीनियर व कर्मचारी मौके पर पहुंचे। घटना रविवार रात 9.08 बजे हुई। हादसे के तुंरत बाद रेलवे कर्मचारी और इंजीनियर पहुंचे। क्रेन और जेसीबी मशीनों से डिब्बे के पहिए पटरी पर चढ़ाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। रात 9 बजे से 1 बजे तक रूट पर रेलगाड़ियों का संचालन रोक दिया गया। इससे अन्य गाड़ियां भी करीब तीन घंटे लेट हो गईं। लगातार साढ़े तीन घंटे तक रेलवे कर्मचारियों और इंजीनियर ने ब्रेक मरम्मत कर डिब्बे को पटरी पर चढ़ाया। ब्रेक की मरम्मत के बाद रात साढे बारह बजे ट्रेन को रवाना किया गया और रात एक बजे रूट को क्लियर किया गया।
जोधपुर डीआरएम पंकज सिंह भी मौके पहुंचे। घटना में पटरियां क्रैक हो गईं। कर्मचारियों ने पटरियों की मरम्मत की। हादसे के बाद पैसेंजर्स को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए समदड़ी रेलवे स्टेशन पर रेलवे विभाग की ओर से बसों की व्यवस्था की गई और यात्रियों को बसों से रवाना किया गया। सिंह के मुताबिक ट्रेन पायलट से बातचीत की। उसने बताया कि ट्रेन के आगे अचानक भैंसा आ गया था। सुरक्षा के लिहाज से इमरजेंसी ब्रेक लगाए, लेकिन तब तक भैंसा ट्रेन के नीचे फंस गया। ऐसे में एक डिब्बे के पहिए पटरी से उतरे। हालांकि बड़ा हादसा टल गया।