कोलकाता : राज्य के चर्चित शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले की जांच पूरी करने के 31 दिसंबर की टाइमलाइन पूरी होने के बाद केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने रिपोर्ट सौंपी है। कलकत्ता हाई कोर्ट में न्याय मूर्ति अमृता सिन्हा की एकल पीठ में केंद्रीय एजेंसी की ओर से रिपोर्ट सौंप गई है।
एक तरफ जहां ईडी ने इस बाबत न्यायमूर्ति को बताया कि मामले में धन शोधन में शामिल मुख्य कंपनी लिप्स एंड बाउंड्स की सात करोड़ की संपत्ति सीज करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। इसके मालिक कोई और नहीं बल्कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी हैं।
वहीं दूसरी ओर सीबीआई ने अपनी रिपोर्ट में कोलकाता के एक तृणमूल नेता देवराज चक्रवर्ती को मुख्य आरोपित बनाया है। सीबीआई ने जो अपनी रिपोर्ट सौंपी है उसमें दावा किया है कि तृणमूल कांग्रेस की विधायक अदिति मुंशी के पति देवराज चक्रवर्ती ने मुख्य एजेंट के तौर पर काम किया है।
इसके अलावा महीदुल अंसारी, जफीकुल इस्लाम, सजल कर, बप्पादित्य दास गुप्ता और सौरभ घोष नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में एजेंट के तौर पर काम करते थे। भ्रष्टाचार कैसे हुआ, कहां से शुरू की गई, कौन-कौन से बड़े चेहरे इसमें शामिल रहे हैं, इस बारे में सीबीआई ने अपनी रिपोर्ट में फिलहाल कुछ भी नहीं बताया है। बुधवार को मामले की दोबारा सुनवाई होनी है।