कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस के बागी विधायक हुमायूं कबीर ने एक बार फिर बागी तेवर दिखाये हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी के नाम पर जारी नए और पुराने नेताओं की विवाद को एक बार फिर हवा देते हुए शनिवार को उन्होंने कहा है कि कोई 26-28 साल का बच्चा हम बुजुर्गों को नहीं सिखाएगा।
शुक्रवार शाम कालीघाट की बैठक में ममता बनर्जी ने उनका नाम लेकर उन्हें सचेत करते हुए कहा था कि तुम सबसे कम बोलोगे।
अपने गृह क्षेत्र मुर्शिदाबाद पहुंचते ही एक बार फिर हुमायूं कबीर के तेवर बागी हो गए हैं। भरतपुर के तृणमूल विधायक हुमायूं कबीर ने सीधे तौर पर अभिषेक बनर्जी के दफ्तर के एक कर्मचारी का नाम लेते हुए शिकायत की कि वह कर्मचारी भ्रष्ट है। वह पैसे लेकर जगह-जगह ब्लॉक अध्यक्ष तय कर रहा है।
उसके बाद पार्टी की युवा इकाई को चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि कोई भी चांग-बांग, 27-28 साल के लड़के 60-, 62-, 70 साल के नेताओं की उपेक्षा करते हुए, उनके अधिकार को चुनौती देते हुए, दुर्व्यवहार नहीं कर सकता।
हालांकि इसके साथ ही हुमायूं कबीर ने अभिषेक बनर्जी के नेतृत्व में विश्वास जताया है। उन्होंने कहा कि वह अच्छे नेता हैं। सक्षम है और हमारी पार्टी के नंबर दो नेता हैं। उन्हें यह देखना चाहिए कि उनके नाम का इस्तेमाल करके कौन से लोग भ्रष्टाचार कर रहे हैं।