कोलकाता : जादवपुर विश्वविद्यालय में अयोध्या के राम मंदिर में सोमवार को प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लाइव टेलीकास्ट को लेकर हुए विवाद से उत्पन्न तनाव अभी तक काम नहीं हुआ है। विश्वविद्यालय परिसर में तनाव की स्थिति बरकरार है। सोमवार को इसे लेकर जमकर हंगामा हुआ। टेलिकास्ट रोके जाने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के सदस्यों और सुरक्षा गार्ड के बीच हुई झड़प में विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति अमिताभ दत्ता घायल हो गए ।
विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखने के लिए एबीवीपी के लगभग 50 सदस्य वहां मौजूद थे। टेलीकास्ट रोके जाने पर वे क्रोधित हो गए और उन्होंने जय श्रीराम के नारे लगाने शुरू कर दियी। उन्होंने बताया कि दत्ता ने छात्रों से चुप रहने को कहा लेकिन वे नहीं माने और इस दौरान हाथापाई में प्रति कुलपति तथा एक सुरक्षा गार्ड को मामूली चोटें आईं। दत्ता से जब संपर्क किया गया तो उन्होंने इस मामले पर बात करने से इनकार कर दिया।
स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) के छात्रों ने विश्वविद्यालय परिसर में विरोध रैली का आयोजन किया। इसके साथ ही एसएफआई ने एक सम्मेलन भी आयोजित किया जहां वक्ताओं ने फासीवादी व्यवस्था द्वारा इतिहास बदलने और समाज को विभाजित करने के हर प्रकार के प्रयासों की निंदा की। ऑल बंगाल यूनिवर्सिटी टीचर्स एसोसिएशन ने राज्यपाल सीवी आनंद बोस, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु को एक पत्र लिखा। इस पत्र में संगठन ने परिसर में ऐसी धार्मिक गतिविधियों के आयोजन के प्रयासों पर चिंता जताई, जिनसे धर्मनिरपेक्ष भावना का उल्लंघन होता है और जिनका शिक्षा और सार्वजनिक हित से कोई संबंध नहीं है।
विश्वविद्यालय के एक अधिकारी ने कहा कि किसी भी समूह द्वारा आयोजित किसी भी कार्यक्रम से संस्थान का कोई लेना-देना नहीं है, बशर्ते इससे परिसर में शांति प्रभावित नहीं हो या शैक्षणिक माहौल खराब नहीं हो। उन्होंने कहा, ”सेमेस्टर परीक्षाएं सुचारू तरीके से चल रही हैं। हम किसी छात्र संगठन द्वारा आयोजित किसी कार्यक्रम पर टिप्पणी नहीं कर सकते।’’