भारतीय रेल टिकट प्रणाली में 19 फरवरी 1986 की तारीख एक अहम मोड़ है। जब टिकट प्रणाली में महत्वपूर्ण बदलाव किया गया।
दरअसल, 1985 में कंप्यूटर के जरिये टिकट का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया और 1986 में इसे लागू कर दिया गया। 19 फरवरी 1986 को पहली कंप्यूटरीकृत टिकट रेलवे यात्री को दी गई।
इसकी शुरुआत नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से की गई थी। आज भारतीय रेलवे का पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (पीआरएस) दुनिया का सबसे बड़ा पैसेंजर रिजर्वेशन नेटवर्क है। करीब 2022 जगहों पर 8074 खिड़कियों से आप रेलवे की टिकट बुक कर सकते हैं।
हालिया वर्षों में इसमें और भी तेज बदलाव तब देखने को मिला जब ऑनलाइन टिकट बुकिंग शुरू हुआ।