कोलकाता : लोकसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ी घोषणा की है। उन्होंने महतो समुदाय के जातिगत सर्वे का ऐलान किया है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा है कि इस समुदाय को आदिवासी की सूची में शामिल करने की मांग हो रही है जो केंद्र सरकार के हाथ में है। मंगलवार को मुख्यमंत्री ने पुरुलिया जिले में एक सभा के दौरान यह घोषणा की।
पश्चिम बंगाल में रहने वाले महतो लंबे समय से खुद को अनुसूचित जाति घोषित करने की मांग कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनकी मांग को स्वीकार करते हुए राज्य में भौगोलिक दृष्टि से उनकी संख्या जानने के लिए सर्वेक्षण कराने की बात कही। मंगलवार को पुरुलिया के शिमुलिया मैदान में सरकारी सेवा वितरण समारोह में ममता ने कहा, ”मैं महतो समुदाय से एक बात कहूंगी, मैं आदिवासियों और महतो के बीच झगड़ा पैदा नहीं करना चाहती। आपके लिए जो भी होगा हम करेंगे। महतो कुछ भौगोलिक क्षेत्रों में रहते हैं। मैं उनके वास्तविक प्रतिशत के लिए एक सर्वेक्षण करवा रही हूं।”
2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने पुरुलिया सीट तृणमूल से छीन ली थी। उसे याद करते हुए ममता ने कहा, ”भाजपा पहले भी यहां से जीत चुकी है। जीतने के बाद आपने क्या पाया? वोट खत्म होते ही भाग जायेंगे लेकिन हम 365 दिन बंगाल में रहेंगे।”