कोलकाता : गुरुवार तड़के पुलिस ने शाहजहां शेख की गिरफ्तारी के बाद उसे 14 दिनों की रिमांड के आवेदन के साथ न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया लेकिन न्यायालय ने पुलिस को सिर्फ 10 दिन की ही रिमांड दी। इसके बाद उन्हें पुलिस घेरे में भवानी भवन लाया गया। मामले की जाँच सीआईडी ने अपने हाथ में ले लिया है।
संदेशखाली मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपित शाहजहां शेख से पूछताछ से पहले राज्य पुलिस के डीजी राजीव कुमार ने राज्य पुलिस के आला अधिकारियों से लेकर सीआईडी के जांचकर्ताओं के साथ एक विशेष बैठक की।
सूत्रों के अनुसार, बैठक में यह निर्णय लिया गया कि शाहजहां से क्या पूछताछ की जायेगी। सीआईडी सूत्रों के मुताबिक, सीआईडी जांचकर्ता पहले इस तृणमूल नेता से यह जानना चाहते हैं कि शाहजहां के संदेशखाली या आसपास के किसी थाने के पुलिस अधिकारियों से अच्छे संबंध थे या नहीं।
गुरुवार को उन्हें दोपहर करीब 12 बजे भवानी भवन के सामने वाले गेट से अंदर ले जाया। संदेशखाली के “बेताज बादशाह” के नाम से जाने जाने वाले शाहजहां ने गाड़ी से उतरने के बाद कुछ भी नहीं बोला। सूत्रों के मुताबिक, उन्हें भवानी भवन की तीसरी मंजिल पर रखा गया। वहां उनसे पूछताछ की गई। पहले दौर में शाहजहां से सीआईडी के एसपी रैंक के पुलिस अधिकारी ने पूछताछ की। इसका नेतृत्व दो डीएसपी और दो इंस्पेक्टर कर रहे थे।