मुंबई : महाराष्ट्र के अहमदनगर के जिला अस्पताल के गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में शनिवार सुबह तकरीबन 10 बजे अचानक आग लगने से 10 मरीजों की मौत हो गई। इस घटना में 7 मरीज घायल हुए हैं। अग्निशमन की 6 गाड़ियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
Anguished by the loss of lives due to a fire in a hospital in Ahmednagar, Maharashtra. Condolences to the bereaved families. May the injured recover at the earliest.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 6, 2021
अहमदनगर के जिलाधिकारी राजेंद्र भोसले के अनुसार जिला अस्पताल के आईसीयू में 17 मरीज इलाजरत थे। आज सुबह यहां आग लगने से 10 मरीजों की मौत हो गई। इनमें रामकिसन हरगुड़े, सीताराम दगड़ू जाधव, सत्यभागा शिवाजी घोड़चौरे, कड़ूबाई गंगाधर खाटिक, शिवाजी सदाशिव पवार, कोंडाबाई मधुकर कदम, आसराबाई गोविंद नागरे, शाबाबी अहमद सैयद, दीपक विश्वनाथ जडगुले और एक अन्य शामिल हैं। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद इन सबकी मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा। इस घटना में घायल हुए सात लोगों को अन्य अस्पताल में दाखिल करवाया गया है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस हादसे पर शोक संवेदना व्यक्त करते हुए लापरवाही में शामिल लोगों पर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
अहमदनगर जिल्हा रुग्णालयातील आयसीयु वॉर्डात आज आग लागून झालेल्या दुर्घटनेसंदर्भात मुख्यमंत्री उद्धव बाळासाहेब ठाकरे यांनी शोकसंवेदना व्यक्त केली असून याप्रकरणी सखोल चौकशी करून हलगर्जीपणास जबाबदार असणाऱ्यांवर कठोर कारवाई करण्याचे निर्देश दिले आहेत.
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) November 6, 2021
प्रत्येक मृतक आश्रित को 5 लाख रुपये की आर्थिक मदद देगी सरकार
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि अहमदनगर जिला अस्पताल में लगी आग की घटना बहुत ही दुखद है। इस घटना के प्रत्येक मृतक के आश्रित को 5 लाख रुपये की आर्थिक मदद सरकार की ओर से की जाएगी। घटना की जांच एडिशनल आयुक्त के नेतृत्व में कराई जाएगी। इसका आदेश जारी कर दिया गया है। यह रिपोर्ट एडशिनल आयुक्त को 8 दिन के अंदर देना अनिवार्य है। इसके बाद दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
राजेश टोपे ने कहा कि इस घटना की जानकारी मिलते ही उन्होंने जिलाधिकारी, जिला पुलिस अधीक्षक और अस्पताल के सिविल सर्जन से बात की। इन लोगों ने बताया कि अस्पताल में शनिवार को पूर्वाह्न करीब पौने ग्यारह बजे धुंआ निकलते देखा गया था। इसके बाद यहां लगी आग को बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की गाड़ियां घटनास्थल पर तत्काल पहुंचीं लेकिन जिला अस्पताल के आईसीयू में इलाज करवा रहे कुल 17 मरीजों में से सिर्फ 7 लोगों को ही बचाया जा सका और 10 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में अधिकांश वृद्ध लोग हैं।
राजेश टोपे ने कहा कि अहमदनगर जिला अस्पताल का फायर ऑडिट करवाया गया था लेकिन इसके बाद भी आग आखिर कैसे लगी, यह जांच के बाद ही सामने आएगा। घटनास्थल पर संरक्षक मंत्री हसन मुश्रीफ, राजस्व मंत्री बालासाहेब थोरात, स्वास्थ्य राज्यमंत्री यड्रावकर राहत एवं बचाव कार्य में लगे हैं।
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि उनकी संवेदना मृतकों के आश्रितों के साथ है। देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच करवाने की मांग की है।
अहमदनगर जिला अस्पताल में हुई हृदय विदारक दुर्घटना से व्यथित हूँ : अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा कि अहमदनगर के सिविल अस्पताल में आग लगने से हुई हृदय विदारक दुर्घटना से अत्यंत व्यथित हूं। दुःख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं और ईश्वर से घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।