कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस के जनगर्जन सभा के मंच से बुधवार को तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुली चुनौती दे डाली है। अभिषेक ने ब्रिगेड के मंच से मोदी से पूछा है कि पिछले तीन वित्तीय वर्षों में उन्होंने बंगाल को कितना पैसा दिया है?
अभिषेक ने यह भी कहा कि बंगाल को पीएम आवास योजना, 100 दिन का काम सहित कई केंद्रीय योजनाओं से कथित रूप से वंचित किया जा रहा है। इस आरोप के साथ राज्य की सत्तारुढ़ पार्टी पिछले डेढ़ साल से लगातार आंदोलन कर रही है। यह कथित केंद्रीय वंचना इस बार लोकसभा में तृणमूल का बड़ा हथियार है। इस मुद्दे पर रविवार को ब्रिगेड में तृणमूल कांग्रेस की ओर से एक विशाल जनसभा का आयोजन किया गया था। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बंगाल के वंचना के आरोपित को सीधे तौर पर खारिज कर चुके हैं और कह चुके है कि तृणमूल नेताओं के भ्रष्टाचार के कारण केंद्रीय योजना का पैसा लोगों तक नहीं पहुंच पा रहा है।
अभिषेक ने रविवार के ब्रिगेड मंच के आंकड़ों का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा। जनगर्जन सभा के मंच से तृणमूल के अखिल भारतीय महासचिव ने कहा, ”देश के प्रधानमंत्री दो दिन पहले आये और कहा कि उन्होंने तीन साल में 42 हजार करोड़ दिये हैं। मैं आपके सामने एक पत्र लाना चाहता हूं। राज्य सरकार ने बंगाल को पैसा नहीं देने के विरोध में यह पत्र 14 दिसंबर 2022 को राज्य केंद्र को भेजा था। डेढ़ साल हो गया। यदि केंद्र यह साबित कर सके कि उसने आवास के लिए राशि का भुगतान किया है, तो मैं फिर से राजनीति के क्षेत्र में कदम नहीं रखूंगा। मैंने इतनी बड़ी बात कह दी।”
अभिषेक ने सभा मंच से भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भी मोदी पर हमला बोला। तृणमूल महासचिव ने कहा कि प्रधानमंत्री बंगाल में भ्रष्टाचार की बात कर रहे हैं। लेकिन सबसे बड़ा भ्रष्ट नेता आपके बगल में बैठा है। अभिषेक ने आरोप लगाया कि केंद्र ने बंगाल को भूख से मारने की कोशिश की है। अगर बंगाल में जनदरदी सरकार न होती तो आज बंगाल की जनता भूख से मर जाती।