कोलकाता : पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्य सचिव आलापन बंद्योपाध्याय को जान से मारने की धमकी देने वाले को आखिरकार कोलकाता पुलिस की टीम ने धर दबोचा है। मंगलवार की सुबह कोलकाता पुलिस के संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) मुरलीधर शर्मा ने इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मुख्य आरोपित का नाम डॉक्टर अरिंदम सेन (41) है। वह केपीसी मेडिकल कॉलेज में काम करता है। उसने अपने ड्राइवर 46 वर्षीय रमेश साव के जरिए आलापन बनर्जी को पत्र भेजा था।
मुरलीधर ने बताया कि कलकत्ता विश्वविद्यालय की कुलपति सोनाली चक्रवर्ती बंद्योपाध्याय जो आलापन बंद्योपाध्याय की पत्नी हैं, उन्हें डॉक्टर सेन ने ही पत्र भेजा था। इस मामले में सोमवार को सबसे पहले 46 साल के विजय कुमार कयाल को गिरफ्तार किया गया था, जो रासबिहारी एवेन्यू में रहता है और टाइपिंग का काम करता है। आलापन बनर्जी की हत्या की धमकी वाला पत्र इसी ने टाइप किया था। उससे जब गहन पूछताछ की गई तो उसने डॉक्टर अरिंदम सेन के बारे में बताया, जो राजा राममोहन राय सरणी के निवासी बताए गए हैं। पुलिस ने बिना देरी किए डॉक्टर को भी धर दबोचा। दोनों से पूछताछ में पता चला कि डॉक्टर अरिंदम ने पत्र भेजा था। उसने अपने ड्राइवर के जरिए ड्राफ्ट को टाइपिस्ट के पास भेजा था, जहां से पत्र को टाइप करने के बाद कोलकाता के ही शरत बोस रोड पोस्ट ऑफिस से सोनाली चक्रवर्ती के नाम पर भेजा गया था। उसने उस दिन सात पत्र भेजे थे, जो अलग-अलग लोगों के नाम पर भेजे गए हैं।
मुरलीधर शर्मा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि आरोपित दिमागी तौर पर स्वस्थ नहीं है और टीवी न्यूज़ तथा अन्य जरिए से मिलने वाले समाचारों के जरिए काफी प्रभावित रहता है। उसने आलापन बंद्योपाध्याय को जान से मारने की धमकी वाला पत्र क्यों भेजा है, इस बारे में पूछताछ की जा रही है। गिरफ्तार किए गए सभी लोगों को मंगलवार की दोपहर कोर्ट में पेश किया जाएगा।