कोलकाता : लोकसभा चुनाव के लिए पूरे देश में राजनीतिक गहमागहमी का माहौल है। पश्चिम बंगाल पर पूरे देश की निगाहें इसलिए टिक गई हैं, क्योंकि विपक्षी दलों के इंडी गठबंधन में होने के बावजूद ममता बनर्जी ने अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा की है। राज्य में कई ऐसी सीटें हैं जो वीआईपी हैं, जिन पर लड़ाई दिलचस्प होने वाली है। ऐसी ही एक सीट है आसनसोल लोकसभा सीट।
आसनसोल सीट से वैसे तो 2019 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर बाबुल सुप्रियो ने जीत दर्ज की थी। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के दौरान मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने पर पार्टी से उनकी अनबन हो गई और उन्होंने संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। यहां से 2022 के उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर शत्रुघ्न सिन्हा जीते थे, जिन्हें इस बार भी पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है। दूसरी ओर भाजपा ने उनके खिलाफ एसएस अहलूवालिया को टिकट दिया है, जो पहले भी भाजपा से ही सांसद रह चुके हैं। वामदल भी इस सीट पर ताल ठोक रहे हैं और जहांआरा खान को उम्मीदवार बनाया गया है। यहां 13 मई को चौथे चरण में वोटिंग होगी।
शत्रुघ्न सिन्हा हैं सांसद
तृणमूल कांग्रेस ने बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा को इस सीट से दोबारा टिकट दिया है। 2022 में हुए उपचुनाव में वह दो लाख से अधिक मतों के अंदर से ऐतिहासिक जीत दर्ज करने में कामयाब रहे हैं।इसके साथ ही पहली बार आसनसोल संसदीय सीट पर तृणमूल उम्मीदवार की जीत हुई थी।
2014 से पहले इस सीट पर माकपा उम्मीदवारों का कब्जा था और 2014 में पहली बार भाजपा के टिकट पर बाबुल सुप्रियो जीते थे। इस बार लड़ाई दिलचस्प होने वाली है क्योंकि हिंदीभाषी गढ़ होने की वजह से भाजपा के पक्ष में बड़ी संख्या में मतदाता हैं। 2022 के उपचुनाव में शत्रुघ्न सिन्हा के खिलाफ अग्निमित्र पॉल ने चुनाव लड़ा लेकिन वे हार गई थीं। इस सीट पर जीत दर्ज करने के बाद आजतक शत्रुघ्न सिन्हा ने संसद में एक बार भी चर्चा में हिस्सा नहीं लिया है। यहां तक कि आसनसोल में भी लोगों से वह संपर्क में नहीं रहे हैं जिसकी वजह से स्थानीय लोगों में नाराजगी भी है।
कोयलांचल शहर है आसनसोल
आसनसोल, कोलकाता के बाद पश्चिम बंगाल का सबसे बड़ा शहर है। छोटानागपुर के पठार के लगभग मध्य में प्रदेश के पश्चिमी सीमा पर स्थित यह नगर खनिज पदार्थों में धनी है। यहां सेनेरैल साइकिल का भारत प्रसिद्ध कारखाना है। यह शहर भारत के उन 11 शहरों में से एक है जो विश्व के 100 सबसे तेजी से विकसित हो रहे शहरों की सूची में हैं। प्रदेश की राजधानी कोलकाता से 200 किलोमीटर दूर दामोदर नदी की घाटी में स्थित आसनसोल की अर्थव्यवस्था का आधार कोयला और स्टील है। घागर बुरी चांदनी मंदिर, गैलेक्सी मॉल, कल्याणेश्वरी मंदिर, नेहरू पार्क, बिहारीनाथ हिल यहां के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं। दिल्ली से इसकी दूरी 1,283.7 किलोमीटर है।
मतदाताओं का आंकड़ा
आसनसोल लोकसभा में वर्तमान में सात विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं। उनमें से सात लाख 72 हजार 138 पुरुष वोटर हैं। महिला मतदाताओं की संख्या आठ लाख 43 हजार 683 हैं। थर्ड जेंडर के मतदाता 44 हैं। 2019 में कुल वोटरों की संख्या 12 लाख 38 हजार 135 थी। जिनमें से कुल पुरुष मतदाता छह लाख 64 हजार 991 और महिला मतदाता पांच लाख 72 हजार 239 थीं। 2019 में कुल मतदान प्रतिशत 76.62 फीसदी था।