अररिया : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अररिया में राजग गठबंधन के भाजपा उम्मीदवार प्रदीप सिंह के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि तेजस्वी प्रसाद के नेतृत्व में महागठबंधन के साथ जब सरकार बनाई थी तो ये लोग सब कुछ खत्म कर देना चाहते थे। पिछड़ा और अति पिछड़ा के आरक्षण को समाप्त कर देने के फिराक में थे।
उन्होंने कहा कि महिलाओं को 50 फीसदी का आरक्षण देकर उन्हें स्वावलंबी बनाया गया।शिक्षा और स्वास्थ्य से लेकर हरेक चीजों को प्राथमिकता के तौर पर दुरुस्त किया गया। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जब इनके पिता और माता को मौका मिला तो कोई काम किया नहीं।अब लोगों को झांसा दे रहे हैं।उन्होंने कहा कि 2005 से 2020 तक राज्य सरकार ने 8 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी के साथ रोजगार देने का काम किया। 2020 के बाद 10 लाख सरकारी नौकरी और 10 लाख लोगों को रोजगार से जोड़ने को लक्षित कर रखा था।
उन्होंने कहा कि चार लाख लोगों को सरकारी नौकरी दे दी गई है।एक लाख का काम पूरा होने वाला है और 3 लाख लोगों को सरकारी नौकरी और रोजगार देने का काम चल रहा है।उन्होंने कहा कि सारा काम हमलोगों ने किया और वे बोलते फिर रहे हैं कि हमने किया।उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि आखिर उनलोगों ने क्या काम किया।हमने बीजेपी के साथ मिलकर सात निश्चय योजना के तहत बिजली, नल जल,शौचालय,हर गली पक्की नाली और सड़क निर्माण जैसे महत्वपूर्ण काम किए।
इससे पहले खगड़िया में लोजपा रामविलास पार्चुटी के उम्मीदवार राजेश वर्मा के पक्ष में जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिना नाम लिए लालू परिवार पर जमकर हमला बोला। उन्होने कहा की लालू परिवार सिर्फ अपने परिवार के बारे में सोचता है। जबकि मेरे लिए पूरा बिहार ही मेरा परिवार है। न मैने अपने परिवार को आगे बढ़ाया और न ही प्रधानमंत्री जी ने अपने परिवार को आगे बढ़ाया।
चुनावी जनसभा को बिहार सरकार के मंत्री विजय कुमार चौधरी,एनडीए प्रत्याशी प्रदीप कुमार सिंह आदि ने भी संबोधित किया।कार्यक्रम का संचालन जेडीयू के जिलाध्यक्ष आशीष पटेल ने की।मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एनडीए प्रत्याशी राजेश वर्मा के पक्ष में लोगो से वोट देने की अपील की।