कोलकाता : पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में सोमवार को सात संसदीय क्षेत्रों में मतदान के साथ हिंसा की छिटपुट घटनाएं हुई हैं। बैरकपुर, बनगांव और आरामबाग सीटों के विभिन्न हिस्सों में तृणमूल और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई। सुबह 11 बजे तक विभिन्न राजनीतिक दलों से 1,036 शिकायतें मिली हैं।
आरामबाग निर्वाचन क्षेत्र के खानाकुल इलाके में मतदान एजेंट को मतदान केंद्रों में प्रवेश करने से रोकने को लेकर तृणमूल और भाजपा समर्थकों के बीच झड़प हो गई। सुरक्षाकर्मियों ने इलाके से दो देशी बम भी बरामद किए हैं। तृणमूल उम्मीदवार मिताली बाग ने कहा कि भाजपा के गुंडों ने इलाके में आतंक फैला दिया है और मतदाताओं को डरा रहे हैं। भाजपा उम्मीदवार अरूप कांति दिगर ने आरोपों को खारिज करते हुए आरोप लगाया कि तृणमूल के कार्यकर्ताओं ने चुनाव के दिन हिंसा की।
हुगली निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा की मौजूदा सांसद और पार्टी की उम्मीदवार लॉकेट चटर्जी को तृणमूल विधायक असीमा पात्रा के नेतृत्व में तृणमूल कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना करना पड़ा। जब चटर्जी मतदान बूथ की ओर जा रही थी, तब तृणमूल कार्यकर्ताओं ने ”चोर-चोर” के नारे लगाकर विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद भाजपा सांसद अपनी कार से उतरीं और जवाबी नारे लगाए। पुलिस और केंद्रीय बलों की एक बड़ी टुकड़ी मौके पर पहुंची और दोनों समूहों को नारेबाजी करने से रोका गया।
हावड़ा निर्वाचन क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों से हिंसा की छिटपुट घटनाएं सामने आईं। हावड़ा के लिलुआ इलाके में भाजपा ने तृणमूल कार्यकर्ताओं पर बूथ जाम करने का आरोप लगाया, जिससे दोनों समूहों के बीच झड़प हुई। बनगांव निर्वाचन क्षेत्र के ग्यासपुर इलाके में स्थानीय भाजपा नेता सुबीर बिस्वास को एक बूथ के बाहर कथित तौर पर तृणमूल के गुंडों ने पीटा। बाद में उन्हें अस्पताल ले जाया गया।
इसी निर्वाचन क्षेत्र के कल्याणी इलाके में केंद्रीय मंत्री और भाजपा उम्मीदवार शांतनु ठाकुर ने एक मतदान केंद्र के अंदर एक व्यक्ति को अपने प्रतिद्वंद्वी तृणमूल उम्मीदवार विश्वजीत दास के पहचान पत्र का उपयोग करते हुए पकड़ा। बाद में उस व्यक्ति को केंद्रीय बलों द्वारा बूथ से हटा दिया गया। कुछ इलाकों में तृणमूल कार्यकर्ताओं ने यह आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया कि केंद्रीय बल हुगली के कुछ बूथों पर मतदाताओं को डराने-धमकाने में भाजपा कार्यकर्ताओं की मदद कर रहे थे।