कोलकाता : पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के छठे चरण में छिटपुट हिंसा के बाद आयोग सतर्क है। सातवें और अंतिम चरण में संवेदनशील बशीरहाट, खासकर संदेशखाली पर चुनाव आयोग की विशेष नजर है। यहां शनिवार को सातवें और आखिरी चरण में मतदान होगा।
पश्चिम बंगाल के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) कार्यालय के अंदरूनी सूत्रों ने बताया कि बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत कुल 1,882 मतदान केंद्रों में से 1,096 संवेदनशील हैं, जिसका मतलब है कि इसके अंतर्गत 58 प्रतिशत से अधिक बूथ संवेदनशील हैं। बशीरहाट में कल होने वाले मतदान में राज्य के अन्य सभी आठ निर्वाचन क्षेत्रों की तुलना में अधिक संवेदनशील बूथ हैं।
सीईओ कार्यालय सूत्रों ने बताया कि बशीरहाट लोकसभा के अंतर्गत आने वाले सात विधानसभा क्षेत्रों में से संदेशखाली विशेष निगरानी के दायरे में रहेगा, जो पिछले कुछ महीनों में स्थानीय महिलाओं द्वारा सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के एक वर्ग द्वारा यौन उत्पीड़न के खिलाफ लगातार किए जा रहे आंदोलन के कारण बार-बार राष्ट्रीय सुर्खियों में रहा है। सीईओ कार्यालय के सूत्रों ने बताया कि मतदान के दिन बशीरहाट, खासकर संदेशखाली में कोई भी अप्रिय घटना एक बार फिर देशव्यापी हंगामा खड़ा कर देगी।इसलिए आयोग ने बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र को विशेष निगरानी के दायरे में रखा है। मतदान के दिन अकेले बशीरहाट में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की 116 कंपनियां तैनात की गई हैं।
भाजपा ने संदेशखाली आंदोलन की अगुवाई करने वाली रेखा पात्रा को बशीरहाट से उम्मीदवार बनाया है। माकपा उम्मीदवार निरापद सरदार भी हाल ही में अवैध भूमि हड़पने, जबरन वसूली और यौन उत्पीड़न की शिकायतों के खिलाफ स्थानीय लोगों को संगठित करने के लिए सुर्खियों में रहे। तृणमूल कांग्रेस ने हाजी नूरुल इस्लाम को मैदान में उतारा है, जो बशीरहाट से 2009 और 2014 में सांसद रह चुके हैं।