नदिया : पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण का मतदान संपन्न होते ही विभिन्न इलाकों में हिंसा का दौर शुरू हो गया है। इसी क्रम में गत रात नदिया के कालीगंज के देवग्राम में एक भाजपा कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई। इसका आरोप तृणमूल आश्रित गुण्डो पर लगा है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक मृत युवक का नाम हफीजुल शेख था। वह चांदपुर गांव का निवासी था और इलाके में भाजपा कार्यकर्ता के तौर पर जाना जाता था। शनिवार की रात चांदपुर जामताला बस स्टैंड के पास युवक चाय की दुकान पर बैठा था। कथित तौर पर उसी समय कुछ बदमाश मोटरसाइकिल पर आए और हफीजुल पर कई राउंड फायरिंग की। घटनास्थल पर ही युवक की मौत हो गई। आरोप है कि गोली मारने के बाद युवक की मौत सुनिश्चित करने के लिए उसपर धारदार हथियार से हमला किया गया। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर गयी। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की जांच में जुट गई। घटना के बाद इलाके में तनाव है।
भाजपा का आरोप है कि कुछ दिन पहले इलाके के कई समुदायों के लोग उनकी पार्टी में शामिल हुए थे। भाजपा का दावा है कि यह राजनीतिक हत्या है। वे पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठा रहे हैं। मृतक के भाई ज़ैनुद्दीन मोल्ला ने कहा, “मेरा भाई हफीजुल यहां कैरम खेल रहा था। तभी तृणमूल के गुण्डो ने भाई को एक के बाद एक गोली मार दी। यहीं नहीं रुके और एक और भाजपा कार्यकर्ता के घर पर बमबाजी की। मृतक के भाई ने इस हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग की। भाजपा के नादिया उत्तर सांगठनिक जिला अध्यक्ष ने कहा, “पश्चिम बंगाल में अराजकता पैदा हो गई है। कानून का कोई राज नहीं है। युवक की हत्या हो गयी और पुलिस कुछ नहीं कर सकी। पुलिस रक्षक की भूमिका में नहीं है, भक्षक की भूमिका में है।””