कोलकाता : तृणमूल विधायक सह अभिनेता सोहम ने न्यू टाउन में स्थित रेस्तरां के जिस मालिक अनिसुल आलम को थप्पड़ मारा था उसने न्याय के लिए कलकत्ता उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। न्यायमूर्ति अमृता सिन्हा की एकल पीठ में दायर याचिका में आलम ने पुलिस पर मारपीट के मामले में तृणमूल विधायक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया।
आलम ने अभिनेता से नेता बने विधायक पर मारपीट के दिन (सात जून) से ही उन्हें और उनके साथियों को लगातार धमकाने का भी आरोप लगाया है। आलम ने यह भी दावा किया है कि पुलिस से संपर्क करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई।
न्यायमूर्ति सिन्हा ने याचिका स्वीकार कर ली है और मामले की सुनवाई 14 जून को होने की उम्मीद है। चक्रवर्ती का नाम तब चर्चा में आया जब उन पर सात जून की रात को आलम की उसी इमारत के परिसर में बुरी तरह पिटाई करने का आरोप लगा, जहां उनका रेस्तरां स्थित है। बाद में, वहां लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज में भी चक्रवर्ती आलम की बुरी तरह पिटाई करते दिखाई दिए।
अभिनेता से नेता बने सोहम ने स्वीकार किया कि उन्होंने आलम की पिटाई की थी और बताया कि उक्त रेस्तरां मालिक द्वारा तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और पार्टी के लोकसभा सदस्य अभिषेक बनर्जी के बारे में अपमानजनक बयान दिए जाने के बाद वह अपना आपा खो बैठे थे। हालांकि, आलम ने बनर्जी को गाली देने के आरोपों से इनकार किया और चक्रवर्ती पर अपना अपराध छिपाने के लिए बनर्जी के नाम का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। उनके अनुसार, यह घटना तब हुई जब उन्होंने चक्रवर्ती के ड्राइवर और अंगरक्षकों से अभिनेता की कार को उनके पार्किंग स्थल में अवैध रूप से नहीं खड़ी करने के लिए कहा।
आलम ने कहा, “जब मैंने उनसे कार हटाने के लिए कहा, तो उनमें से एक ने यह कहकर मुझे धमकाने की कोशिश की कि चक्रवर्ती तृणमूल कांग्रेस के महासचिव और पार्टी सांसद अभिषेक बनर्जी के करीबी दोस्त हैं। मैंने उनसे कहा कि वह चाहे कोई भी हो, किसी और की पार्किंग में अवैध रूप से अपना वाहन पार्क करने का अधिकार नहीं है। सबसे पहले, सोहम के अंगरक्षक ने मुझ पर हमला करने की कोशिश की। इसके तुरंत बाद विधायक ने मेरी पिटाई कर दी।”