कोलकाता : कलकत्ता उच्च न्यायालय की एकल पीठ ने शुक्रवार को पुलिस को अभिनेता से नेता बने ह तृणमूल कांग्रेस के सेलिब्रिटी विधायक सोहम चक्रवर्ती के थप्पड़ कांड में महत्वपूर्ण निर्देश दिया है। विधायक द्वारा रेस्टोरेंट मालिक पर हमले के मामले से संबंधित दस्तावेज सुरक्षित रखने को कहा गया है। इस मामले की जांच विधाननगर सिटी पुलिस के जासूसी विभाग द्वारा करने का निर्देश देते हुए न्यायमूर्ति अमृता सिन्हा की एकल पीठ ने पुलिस को उक्त रेस्टोरेंट मालिक अनिसुल आलम की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया।
न्यायमूर्ति सिन्हा ने यह आदेश आलम द्वारा दायर याचिका के मद्देनजर दिया। याचिका में तृणमूल विधायक पर सात जून की रात को हुई मारपीट की घटना के बाद से उन्हें धमकाने का आरोप लगाया गया था। उन्होंने यह भी आदेश दिया कि जांच सहायक पुलिस आयुक्त स्तर के अधिकारी द्वारा की जाए।
मामले की अगली सुनवाई चार जुलाई को होनी है। गुरुवार को चक्रवर्ती को उत्तर 24 परगना जिले के बारासात की जिला अदालत से अग्रिम जमानत मिल गई थी। चक्रवर्ती को सात जून की रात को रेस्तरां परिसर में आलम की पिटाई करते हुए कैमरे में कैद किया गया था। बाद में, उन्होंने दावा किया कि तृणमूल महासचिव और लोकसभा सांसद अभिषेक बनर्जी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने की वजह से आलम को मारा था। हालांकि, आलम ने आरोपों से इनकार किया और चक्रवर्ती पर अपना अपराध छिपाने के लिए अभिषेक बनर्जी का नाम घसीटने का आरोप लगाया। आलम के अनुसार, विवाद तब शुरू हुआ जब उन्होंने चक्रवर्ती के ड्राइवर और अंगरक्षकों से अभिनेता की कार को हटाने के लिए कहा, जो पार्किंग में गलत तरीके से खड़ी थी।