देश-दुनिया के इतिहास में 16 जून की तारीख तमाम अहम वजह से दर्ज है। यह तारीख धूम्रपान के खिलाफ कठोर कदम के लिए खास है। भूटान ने साल 2010 में इसी तारीख को तंबाकू के पैदावार और इसकी खरीद-बिक्री पर पूर्ण रोक लगा दी थी। वैसे तो भूटान धूम्रपान का शुरू से सख्त विरोधी रहा है।
उसने छह साल पहले 2004 में पूरे देश में तंबाकू के सेवन पर रोक लगा दी गई थी। सीमित मात्रा इसके आयात की अनुमति थी लेकिन इसपर भारी टैक्स लगाया गया था। 2005 में भूटान में किसी भी सार्वजनिक स्थान पर तंबाकू के सेवन पर रोक लगाई गई और 2010 में और कड़े प्रतिबंध लगाकर भूटान तंबाकू पर बैन लगाने वाला पहला देश बन गया।
इस संबंध में भारत में भी कठोर कदम उठाए गए हैं। 2 अक्टूबर 2008 को सार्वजनिक जगहों पर स्मोकिंग को बैन किया जा चुका है। ऑडिटोरियम, थियेटर, अस्पताल, पब्लिक ट्रांसपोर्ट, होटल, बार और पब जैसी जगहों पर स्मोकिंग प्रतिबंधित है। हालांकि, कछ जगहों पर स्मोकिंग के लिए अलग से जगह बनाई जाती है। किसी शिक्षण संस्थान के लगभग 100 मीटर के दायरे में तंबाकू की बिक्री पर रोक है। 18 साल से कम उम्र के लोगों को तंबाकू बेचने की भी इजाजत नहीं है।