कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कंचनजंघा एक्सप्रेस दुर्घटना पर भारतीय रेलवे के खिलाफ गुस्सा जाहिर किया है। उत्तर बंगाल के लिए रवाना होने से पहले कोलकाता हवाईअड्डे पर ममता ने कहा कि रेल अनाथ हो गई है। कोई देखने वाला नहीं है। उन्होंने शिकायत की कि रात में लंबी दूरी की ट्रेन अब दुःस्वप्न है।
कुछ साल पहले रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने रेलवे के ”सुरक्षा कवच” की घोषणा की थी। रेलवे ने कहा था कि यह तकनीक आमने-सामने रेल दुर्घटनाओं को रोकेगी। लेकिन पिछले साल कोरोमंडल और इस बार कंचनजंघा में हुए हादसे ने उस ”कवच” को सवालों में खड़ा कर दिया है।
ममता ने कहा कि जब मैं रेल मंत्री थी तब मैंने टक्कर रोधी उपकरण शुरू किया था, उस समय मैं कोंकण रेल का उपयोग करती थी। मैं खुद मारगांव गयी थी। आज कुछ लोग इसे नया नाम दे सकते हैं लेकिन ऐसा लगता है कि नया नाम रखने पर भी यात्रियों की सुरक्षा नाम की कोई चीज नहीं है।