कोलकाता : काशीपुर थाना क्षेत्र में एक प्राेमोटर अपने ही ऑफिस में हमले का शिकार हुआ है। आरोप है कि अचानक कुछ लोग उसके ऑफिस में आए और पांच लाख रुपये की मांग की।
शुक्रवार रात को काशीपुर थाना क्षेत्र के सिंथी मोड़ के पास स्थित प्राेमोटर के ऑफिस में कुछ लोग अचानक घुस आए। उन्होंने कहा कि इलाके में कारोबार करने के लिए पांच लाख रुपये देने होंगे। जब प्राेमोटर ने इस रकम को देने से इनकार किया, तो हमलावरों ने उसे बुरी तरह पीटा और उसके ऑफिस में तोड़फोड़ की। यहां तक कि ऑफिस के सीसीटीवी कैमरे भी तोड़ दिए गए। आरोप है कि हमलावर तृणमूल कार्यकर्ता थे और उन्होंने खुद को काशीपुर-बेलगाछिया के विधायक अतीन घोष का करीबी बताया।
विधायक का बयान
इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए विधायक अतीन घोष ने शनिवार को कहा, “मेरा नाम क्यों लिया गया, मुझे नहीं पता। मैं कुछ दिनों से उस इलाके में नहीं गया हूं। राणा, जिसका नाम लिया जा रहा है, उसे मैं जानता हूं और उसे शिक्षित व्यक्ति मानता हूं। लेकिन मेरे साथ उसका अधिक दिन का संपर्क नहीं है। मैं पुलिस से कहूंगा कि आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। मुझे इस घटना की कोई जानकारी नहीं थी। मैं इस मामले को तृणमूल नेतृत्व को भी बताऊंगा और आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।”
प्राेमोटर का बयान
प्राेमोटर का आरोप है कि शुक्रवार रात को कुछ लोग उसके ऑफिस में आए और पांच लाख रुपये की मांग की। दोनों पक्षों के बीच बहस हुई और जब प्राेमोटर ने पैसे देने से इनकार किया, तो हमलावरों ने उसे पीटा और ऑफिस में तोड़फोड़ की। आरोप है कि हमलावरों ने ऑफिस में रखे एक लाख रुपये से अधिक की नकदी भी लूट ली।
परिवार का बयान
खबर मिलने पर प्राेमोटर के भाई तपस मजूमदार मौके पर पहुंचे और घायल भाई को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं, शनिवार सुबह तपस ने काशीपुर थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई। तापस ने कहा कि हमलावर तृणमूल कार्यकर्ता थे।
सीसीटीवी फुटेज आए सामने
शुक्रवार देर रात हुए इस हमले का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। फुटेज में देखा जा सकता है कि कुछ लोग बाइक से आकर प्राेमोटर के ऑफिस के सामने रुकते हैं और फिर अंदर घुस जाते हैं। ऑफिस के अंदर, दो लोग प्राेमोटर को पीटते हुए नजर आते हैं। एक व्यक्ति पीले रंग की शर्ट में और दूसरा हरे रंग की शर्ट में है। फुटेज में और भी कई लोग दिखते हैं, जो मिलकर प्राेमोटर को पीट रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि हमले का नेतृत्व अभिजीत मंडल उर्फ राणा ने किया।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले में अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनके नाम जितेन कुमार पाल और कनवजीत सिंह हैं। हालांकि, मुख्य आरोपित अभी भी फरार है। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और पीड़ित प्राेमोटर से भी बातचीत की है।