कोलकाता : ममता बनर्जी के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस हर साल 21 जुलाई को कोलकाता के धर्मतल्ला में शहीद स्मृति सभा का आयोजन करती रही है। हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव में बंगाल में 29 सीटें जीतने के बाद 21 जुलाई को शहीद दिवस के मौके पर तृणमूल की पहली बड़ी जनसभा होने जा रही है। लेकिन इस वर्ष भाजपा उस दिन ‘लोकतंत्र हत्या दिवस’ मनाएगी। राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने रविवार को राजभवन के सामने धरना मंच से यह घोषणा की।
अधिकारी रविवार को राजभवन के सामने चुनावी हिंसा से ‘प्रभावित’ लोगों के साथ धरने पर बैठे। भाजपा का दावा है कि इस धरना में 330 पीड़ित शामिल हुए। इस दिन धरना मंच से शुभेंदु अधिकारी ने बंगाल की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ जन आंदोलन का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि मैं विपक्षी दल के नेता के तौर पर धर्म और जाति से ऊपर उठकर लोगों के साथ खड़ा होने की कोशिश कर रहा हूं।
साथ ही उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के शहीद दिवस के जवाब में भाजपा ने 21 जुलाई को ‘लोकतंत्र हत्या दिवस’ मनाने का निर्णय किया है। लोकसभा के बाद चार राज्यों के विधानसभा उपचुनाव में भी भाजपा ने बाजी मारी। भाजपा ने आरोप लगाया कि बंगाल में चार विधानसभा चार केंद्रों के वोट लूटे गए और इस संदर्भ में शुभेंदु ने उन लोगों के लिए एक पोर्टल शुरू करने की घोषणा की जो लोकसभा और विधानसभा उप-चुनावों में मतदान नहीं कर सके।
उन्होंने कहा कि कल, सोमवार को हम एलओपी पोर्टल लॉन्च कर रहे हैं। जो लोग वोट नहीं दे सके, वे अपना नाम वहां दर्ज कराएंगे। हम वे नाम को लेकर राष्ट्रपति सहित सभी संवैधानिक जगहों पर आवेदन करेंगे। शुभेंदु ने यह भी आरोप लगाया कि बंगाल में हिंदुओं को चुन-चुन कर वोट देने से रोका गया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2023 में एक करोड़ लोगों को वोट नहीं देने दिया गया। मैंने नगर निगम और लोकसभा चुनाव लड़ा है। मैंने ऐसा पहले नहीं देखा जब एक खास समुदाय के लोगों को वोट देने सें रोका गया हो।
वहीं, राज्य में बढ़ रहे महंगाई के खिलाफ भाजपा 18 जुलाई को नंदीग्राम में एक रैली करेगी। शुभेंदु ने पूरे राज्य से लोगों को शामिल होने का आह्वान किया। आगामी 22 जुलाई को भगवा खेमा सीईएससी अभियान पर उतर रहा है।