आपराधिक मामलों में पुलिस की नाकामी पर राज्यपाल ने जताई चिंता, मांगी रिपोर्ट

कोलकाता : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल डॉक्टर सी वी आनंद बोस ने राज्य भर में विभिन्न आपराधिक घटनाओं में पुलिस के नक्कारेपन को लेकर चिंता जाहिर की है। उन्होंने खास तौर पर 15 जुलाई 2024 को नकली सोने के मूर्ति बेचने के मामले में आरोपित सद्दाम सरदार के घर के नीचे से एक सुरंग की खोज की रिपोर्ट पर गहरी चिंता व्यक्त की है। यह सुरंग एक नजदीकी नहर तक जाती है जो कि सुंदरबन में माटला नदी में मिलती है और उसके आगे भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा स्थित है। इस खुलासे ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर चिंता उत्पन्न की है।

राज्यपाल ने कानून और व्यवस्था की स्थितियों के बारे में चिंता जताई है। उन्होंने राज्य की कानून प्रवर्तन एजेंसियों पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा है कि अपराध की इन घटनाओं में संदेशखाली, बनगांव और भूपतिनगर के साथ अब कुलतली भी शामिल हो गया है। राज्यपाल ने इन हमलों को अपराधियों और उनके राजनीतिक समर्थकों द्वारा कानून प्रवर्तन अधिकारियों में डर पैदा करने और जांच में बाधा डालने की चाल बताया है।

राज्यपाल ने राज्य सरकार से पुलिस की भूमिका को उद्देश्यपूर्ण और सक्रिय बनाने का आग्रह किया है और उन्हें कानून का पालन करने की नसीहत दी है। उन्होंने अनुच्छेद 167 के तहत राज्य सरकार से एक रिपोर्ट की मांग की है जिसमें इन बिंदुओं पर जानकारी मांगी गई है:

◆ ऐसी विस्तृत सुरंग के निर्माण के कारण।

◆ पुलिस और खुफिया तंत्र की विफलता के कारण जिससे सीमा के पास ऐसी गतिविधियों का पता नहीं चल सका।

◆ पुलिस की ओर से किए गए कथित चूक और कमीशन के कार्य, जिनके कारण सीमा के पास अपराध सिंडिकेट्स का पनपना।

◆ सामाजिक नैतिकता और कानून के उल्लंघन की बढ़ती घटनाएं जैसे सार्वजनिक रूप से महिलाओं को अपमानित करना और कंगारू अदालतों का अस्तित्व, और राज्य सरकार ने इस स्थिति को संबोधित करने के लिए क्या कार्रवाई की है।

◆ पुलिस की निष्क्रियता के कारण जो कि समाज को परेशान कर रहे उपद्रवी तत्वों को नियंत्रित करने में असमर्थ है।

राज्यपाल ने राज्य सरकार से आग्रह किया है कि वे उचित जांच करें और जांचें कि क्या अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के पास और भी सुरंगें मौजूद हैं।

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