कोलकाता : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को गेमिंग ऐप घोटाले की जांच के सिलसिले में कोलकाता के दक्षिणी बाहरी इलाके में एक आवासीय परिसर में छापेमारी करके तलाशी अभियान चलाया।
ईडी की टीम के साथ केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवान भी थे। सुबह ईडी अधिकारियों की टीम कोलकाता के बाहरी इलाके कालिकापुर स्थित एक आवासीय परिसर पहुंची और वहां के एक कार्यालय-कम-निवास स्थल के दूसरे माले पर छापेमारी और तलाशी अभियान शुरू किया। केंद्रीय एजेंसी के अधिकारी इस विशेष गेमिंग ऐप के बारे में कोई जानकारी साझा करने से बच रहे थे, लेकिन सूत्रों ने बताया कि इस मामले में कुल घोटाले की राशि 100 करोड़ रुपये से अधिक है।
सूत्रों ने यह भी बताया कि ठगे गए निवेशकों की निवेश की गई राशि को इस ऐप के माध्यम से पहले डॉलर में बदला गया और फिर चीन में जमा किया गया। इस पूरे मामले में कालिकापुर का यह विशेष कार्यालय ऐसे संदिग्ध मौद्रिक लेन-देन के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में कार्य करता था। सूत्रों ने कहा कि कोलकाता के अलावा गेमिंग ऐप के संचालकों के अन्य शहरों और कस्बों में भी संचालन केंद्र थे।
सूत्रों के अनुसार घोटाले का तरीका अन्य कई गेमिंग ऐप्स जैसा ही था, जिनके खिलाफ ईडी काफी समय से जांच कर रही है। शुरुआत में निवेशकों को भारी रिटर्न के वादों के साथ छोटे-छोटे निवेश करने के लिए लुभाया गया। प्रारंभिक लेन-देन में उन वादों को पूरा करके निवेशकों को आकर्षक रकम जीतने का मौका दिया गया। इसके बाद ऐप संचालकों ने निवेशकों को उच्च राशि निवेश करने के लिए लुभाया। इसके बाद असली घोटाला शुरू हुआ, जब निवेशकों के जुड़े बैंक खातों से भुगतान क्रेडिट होने पर रोक लगा दी गई।