कोलकाता : भारतीय सीमा पर स्थित भूमि बंदरगाह पेट्रापोल पर
मंगलवार को 45 बांग्लादेशी नागरिकों को ढाका जाने वाली बस से उतरना पड़ा, क्योंकि दोनों देशों के बीच बस सेवाएं बंद कर दी गईं हैं। बांग्लादेश में भारी उथल-पुथल के कारण सड़कों पर विरोध प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना को इस्तीफा देकर देश छोड़ना पड़ा है।
श्यामली परिवहन के मालिक अबानी घोष पश्चिम बंगाल परिवहन निगम के साथ भारत से बस सेवाओं का संचालन करते हैं। उन्होंने बताया कि अव्यवस्था और कर्फ्यू के बीच हमने दोनों देशों के लोगों के लाभ के लिए सेवा चलाने के हर संभव प्रयास किए। हमें आज से सेवाओं के सामान्य होने की उम्मीद थी लेकिन जैसे ही हमारी बस ‘सौहार्द’ बॉर्डर प्वाइंट पेट्रापोल पर पहुंची तो हमें बताया गया कि अंतर-देशीय बस सेवाएं अगली सूचना तक बंद कर दी गई हैं। दोनों देशों के पर्यटकों में लोकप्रिय
एसी वोल्वो बस ‘सौहार्द’ में मंगलवार को 45 यात्री सवार थे, जिन्हें उतरना पड़ा। यह सभी यात्री बांग्लादेशी नागरिक हैं, जो मुख्य रूप से चिकित्सा उपचार के लिए कोलकाता आए थे।
घोष ने कहा कि हम यहां से दो वोल्वो बसों का संचालन करते हैं, जबकि इसी तरह की बसें बांग्लादेश रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (बीआरटीसी) एक निजी ऑपरेटर के साथ मिलकर चलाता है। घोष ने कहा कि हम कोलकाता के केंद्रीय हिस्सों और दक्षिण कोलकाता के होटलों में ठहरे हुए बांग्लादेशियों से चिंताजनक सूचनाएं प्राप्त कर रहे हैं। हम सेवाओं को जल्द से जल्द फिर से शुरू करना चाहते हैं।
क्या कहना है बांग्लादेश के अधिकारियों का ?
बांग्लादेश के उप उच्चायोग के एक अधिकारी ने कहा, “हमें सेवाओं के पुनः प्रारंभ होने के बारे में अभी कोई अपडेट नहीं है।”
इस बीच, भारत और बांग्लादेश के बीच सभी ट्रेन सेवाएं भी अनिश्चित काल के लिए निलंबित कर दी गई हैं। रेलवे मंत्रालय के अनुसार मैत्री एक्सप्रेस, बंधन एक्सप्रेस और मिताली एक्सप्रेस ने इस वर्ष जुलाई के मध्य में अपनी अंतिम यात्रा की थी और उसके बाद से बांग्लादेश में हिंसक विरोध प्रदर्शनों के कारण रद्द कर दी गई हैं।