रमझोल उत्सव राजस्थान एवं कोलकाता को राजस्थानीयत से जोड़ने का सफल नवाचार है : हिंगलाज दान रतनू

कोलकाता : कोलकाता क्रियेटिविटी सेंटर का प्रांगण रमझोल 2.0 उत्सव के सफल आयोजन से शस्य श्यामला बंग भूमि पर संपूर्ण राजस्थान की संस्कृति को उतारने में सफल रहा। अवसर था चार दिवसीय रमझोल 2.0 महोत्सव जो कि कोलकाता क्रियेटिविटी सेंटर (इमामी) का आयोजन जिसमें मानो बंगभूमि कोलकाता में संपूर्ण राजस्थान उतर आया हो।

इस चार दिवसीय रमझोल 2.0 महोत्सव का आयोजन राजस्थान की कला,संस्कृति, साहित्य, संगीत, वेशभूषा, खानपान और राजस्थान के समस्त रंगो से सराबोर रहा।

इसका उद्धाटन सत्र के विशिष्ट अतिथि के रूप में बोलते हुए राजस्थान सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग राजस्थान सूचना केंद्र कोलकाता के सहायक निदेशक हिंगलाज दान रतनू ने इमामी (कोलकाता क्रियेटिविटि सेंटर)के एम्पी थियेटर में बोलते हुए कहा कि रमझोल 2.0 उत्सव अपनी जमीं से दूर सूदूर प्रवासी मारवाङीयों सहित बंगाल के संपूर्ण प्रबुद्ध जनमानस को राजस्थानीयत से जोङने का सफलतम नवाचार है।

उद्धाटन सत्र की मुख्य अतिथी कोलकाता क्रियेटिविटी सेंटर (इमामी) सी ई ओ प्रसिद्ध उद्योगपति श्रीमति ऋचा अग्रवाल थी, बतौर विशिष्ट अतिथी के रूप में मंचासीन थी सन्मार्ग की मैनेजिंग डायरेक्टर श्रीमति रूचिका गुप्ता एवं कोलकाता क्रियेटिविटी सेंटर की कल्चरल डायरेक्टर श्रीमति प्रमीला शाह तथा प्रसिद्ध विद्वान एवं थियेटर आर्टिस्ट श्रीमति अनुभा फतेहपुरिया।

रमझोल 2.0 में चार दिवसीय विभिन्न सत्रों में राजस्थानी मांड के पद्मश्री अली गनी, सूफी एवं कबीर वाणी की अंतर्राष्ट्रीय गायक शबनम विरमानी, सहित देश के प्रख्यात सिंगर सौरिंदर मुलिक एवं सौम्य दास, राहगीर की स्वर लहरियों सहित घूमर, एवं साहित्य के सिरमौर श्री राजेन्द्र केडिया एवं श्री प्रियंकर पालीवाल, हिंगलाज दान रतनू की साहित्यिक दीठ से भी सराबोर रहा। रमझोल 2.0 उत्सव बंगाल और राजस्थान को जोङने के सेतू के रूप में सफल रहा।

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