कोलकाता : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उत्तर 24 परगना जिले की नगरपालिकाओं के काम पर असंतोष जताते हुए प्रशासकों को फटकार लगाई। मुख्यमंत्री ने पार्षद के काम की निगरानी और जनता से फीडबैक लेने के लिए नगरपालिका में एक पर्यवेक्षक नियुक्त करने का निर्देश दिया।
मुख्यमंत्री ने मध्यमग्राम के नजरूल शताब्दी सदन में एक प्रशासनिक बैठक की। बैठक में मुख्यमंत्री बनर्जी ने साफ कहा कि लोगों के लिए काम नहीं करने वाले नेताओं को भविष्य में सोचना होगा। उन्होंने प्रत्येक नगरपालिका में एक पर्यवेक्षक नियुक्त करने के भी निर्देश दिए। यह पर्यवेक्षक आम जनता से फीडबैक लेंगे और पार्षद के काम की निगरानी करेंगे। इनकी रिपोर्ट मुख्यमंत्री के पास जाएगी।
बनर्जी ने कहा कि लोगों के साथ खड़े रहने की जरूरत है। काम न करने वाले नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि कई शिकायतें हैं कि राजनेता लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए उपलब्ध नहीं रहते हैं, उनका फोन बंद रहता है या उठाता नहीं है। ऐसा अब नहीं चलेगा। राजनीति में लोगों को सुबह 10 बजे से रात 10 बजे तक जनता के साथ रहना होता है।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि लाइट, पानी और सड़कों को दुरुस्त रखना प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि वह बैरकपुर, टीटागढ़, कमरहाटी, गारूलिया और उत्तर दमदम सहित जिले की कई नगर पालिकाओं के काम से खुश नहीं हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि नगरपालिका क्षेत्र में कई समस्याएं हैं। आपको काम करने के लिए अनुमति की आवश्यकता नहीं है। आप क्षेत्र के कार्यों को महत्व क्यों नहीं दे रहे हैं?