बेगूसराय : अंग्रेजों के खिलाफ क्रांति के बाद साहित्य, कला, खेल और उद्योग की उर्वर भूमि बेगूसराय जिला के बीहट की बेटी ऐन्द्री सिंह ने एक बार फिर विश्व स्तर पर गांव, समाज और देश का नाम रोशन किया है। ऐन्द्री सिंह को लंदन स्थित रॉयल जियोग्राफिकल सोसाइटी की असाधारण, प्रतिष्ठित फेलोशिप एफआरजीएस से नवाजा गया है। इस उपलब्धि पर देश के कई क्षेत्रों में उनके चाहने वाले बधाई दे रहे हैं। बीहट खेमकरणपुर टोला निवासी एडीएम रहे स्व. रघुवंश नारायण सिंह की पौत्री और पटना हाईकोर्ट में अधिवक्ता विवेकानंद सिंह एवं इंदिरा हेल्थ पॉइंट की निदेशक इंदिरा सिंह की पुत्री ऐन्द्री सिंह एफआरजीएस की उपाधि प्राप्त कर दुनिया की महान वैज्ञानिकों की सूची में शामिल हो गई हैं।
बीहट निवासी डॉ. कुंदन कुमार ने बताया कि यह फेलोशिप दुनिया के महान वैज्ञानिक चार्ल्स डार्विन, माइकल पालिन, जोश बर्नस्टीन सहित अन्य उल्लेखनीय भूगोलविदों और खोजकर्ताओं जैसी हस्तियों को प्रदान किया गया है। ऐसी उपलब्धि हासिल कर ऐन्द्री ने अपने घर परिवार और बिहार ही नहीं, देश के प्रतिभा का डंका दुनिया में बजाया है। ऐन्द्री सिंह के पिता विवेकानंद सिंह कहते हैं कि ऐन्द्री की प्रारंभिक शिक्षा सेंट पॉल स्कूल बेगूसराय से हुई। नोट्रेडेम एकेडमी पटना के बाद ऐन्द्री ने पटना विमेंस कॉलेज से फिजिक्स से बीएससी में सर्वाधिक अंक प्राप्त कर भारत सरकार के द्वारा संचालित यूजीसी मेधा छात्रवृत्ति प्राप्त किया। इसके साथ ही सिंबोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के लिए प्रवेश परीक्षा के लिए मेरिट लिस्ट में ऑल इंडिया में प्रथम स्थान हासिल करने के बाद जियो इनफॉर्मेटिक्स में मास्टर इन साइंसेज किया है। उनके लगातार श्रेष्ठ अकादमिक प्रदर्शन और पोस्ट ग्रेजुएशन में सर्वाधिक अंक अर्जित करने के लिए चांसलर के अकादमिक उत्कृष्टता प्रमाण पत्र से सम्मानित की गयी है। बहुराष्ट्रीय भू-स्थानिक कम्पनी में छह वर्षों तक जीएसआई इंजीनियर के रूप में कार्यरत थी। इस दौरान सड़क दुर्घटना विश्लेषण के लिए भू-समानता दृष्टिकोण जैसे कई शोध पत्र और श्वेत पत्र प्रकाशित किए हैं। आईआईटी, मुंबई के सर्वश्रेष्ठ पेपर के रूप के साथ-साथ ग्रामीण विपणन में जीआईएस चंद्रगुप्त प्रबंधन संस्थान पटना द्वारा भी सम्मानित की जा चुकी है।
ऐन्द्री ने बताया कि वह राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय नई दिल्ली से शहरी पर्यावरण, प्रबंधन और कानून में स्नातकोत्तर की डिप्लोमा हासिल करने के साथ ‘डेवलपिंग पटना एज स्मार्ट सिटी द जीआईएस वे’ पर एक शोध पत्र भी जारी कर चुकी है। इसके अलावा ऐन्द्री की पहली किताब ‘फोर स्टेप टु मैरेज’ 2017 में प्रकाशित हुई है। वर्तमान में ऐन्द्री सिंह अंतरराष्ट्रीय बाजार के लिए उत्पादों का निर्माण जीआईएस स्टार्टअप मैपसेन्स टेक्नोलॉजी में उत्पाद प्रबंधक के रूप में कार्यरत हैं। गुरुवार को इस उपलब्धि की सूचना सार्वजनिक होते ही पूरे जिले में जश्न का माहौल है।