कोलकाता : बुधवार रात को कोलकाता के आर. जी. कर अस्पताल में हुई हिंसा के बाद पुलिस ने गुरुवार को तीन स्वतःप्रेरित मामले दर्ज किए हैं। इस हिंसा में पुलिस और अस्पताल के चिकित्सकों पर हमला हुआ था और अस्पताल की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया गया था। पुलिस ने इन मामलों की जांच शुरू कर दी है।
आर. जी. कर अस्पताल के परिसर में प्रशिक्षु डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या के खिलाफ महिलाओं का जमावड़ा हुआ था, और वहां से महिला चिकित्सकों का एक जुलूस श्यामबाजार तक जाने वाला था। लेकिन जुलूस शुरू होने से पहले ही एक समूह ने अस्पताल पर हमला कर दिया।
इस हमले में अस्पताल के आपातकालीन विभाग में तोड़फोड़ की गई, पुलिस के बैरिकेड्स को तोड़ा गया, और शांतिपूर्वक तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं डॉक्टरों को पीटा गया। घटना के बाद देर रात को कोलकाता के पुलिस आयुक्त विनीत गोयल मौके पर पहुंचे।
पुलिस की जांच के अनुसार, आपातकालीन विभाग के कई हिस्सों को तोड़ा गया, जिसमें दरवाजे, खिड़कियों के शीशे, कुर्सियां, टेबल, दवाइयां और सीसीटीवी कैमरे भी शामिल हैं। गुरुवार सुबह, पुलिस ने सोशल साइट्स पर कुछ तस्वीरें जारी कीं, जिनमें आरोपितों को पहचान कर उनकी तलाश की जा रही है। इसके साथ ही, पुलिस ने जनता से इन हमलावरों के बारे में किसी भी जानकारी के लिए संपर्क करने का आग्रह किया है।
पुलिस ने तीन स्वतःप्रेरित मामले दर्ज किए हैं, जिनमें पुलिस और चिकित्सकों पर हमला करने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप शामिल हैं। इस घटना के सिलसिले में अब तक नौ लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
उल्लेखनीय है कि जिस आपातकालीन विभाग पर यह हमला हुआ, उसी भवन के चौथे मंजिल पर स्थित सेमिनार हॉल में महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी गई थी। इसी स्थल से डॉक्टर का शव बरामद किया गया था, और इस हमले ने मामले को और जटिल बना दिया है।