कोलकाता : आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में पिछले सप्ताह एक महिला डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और हत्या के विरोध में सोशालिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया-कम्युनिस्ट (एसयूसीआई-सी) ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में 12 घंटे के बंद का आह्वान किया, जिसे राज्य के कुछ चुनिंदा हिस्सों में ही मिला-जुला समर्थन मिला है।
सियालदह के दक्षिण डिवीजन में डायमंड हार्बर सेक्शन पर एसयूसीआई (सी) कार्यकर्ताओं ने कई स्टेशनों पर रेल अवरोध प्रदर्शन किया, जिसके कारण ट्रेन सेवाएं बाधित रहीं। डायमंड हार्बर और लक्ष्मीकांतपुर स्टेशन इस बंद से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए, जहां एसयूसीआई (सी) का प्रभाव लंबे समय से रहा है। दक्षिण 24 परगना जिले के कुछ अन्य क्षेत्रों मथुरापुर, कुलपी, रायदिघी और मोगराहाट में भी बंद का मिला-जुला असर देखा गया।
शुक्रवार सुबह कूचबिहार जिले से पुलिस और बंद समर्थकों के बीच झड़पों की खबरें सामने आईं। एसयूसीआई (सी) कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर अवरोधक लगाए, जिसे तैनात पुलिस बल ने हटाने का प्रयास किया, जिससे तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। इसी तरह की झड़पें पश्चिम मेदिनीपुर जिले के बेलदा और बीरभूम जिले के सूरी से भी रिपोर्ट की गईं। दक्षिण कोलकाता के हाज़रा चौक पर भी तनाव की स्थिति उत्पन्न हुई है।
जब एसयूसीआई (सी) कार्यकर्ताओं ने विरोध रैली शुरू की तो मौके पर मौजूद भारी पुलिस बल ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। बंद समर्थक रैली जारी रखने पर अड़े रहे, जिसके कारण पुलिस ने कार्रवाई की और दोनों पक्षों के बीच झड़प हो गई। बंद समर्थकों का दावा है कि पुलिस ने उन पर बिना उकसावे के हमला किया, जब वे रैली शुरू करने वाले थे।