कोलकाता : पश्चिम बंगाल में एक बार फिर आलू के संकट की स्थति उत्पन्न हो सकती है, क्योंकि प्रगतिशील आलू व्यवसायी समिति ने शनिवार रात से एक बार फिर हड़ताल का ऐलान कर दिया है।
आशंका है कि इस हड़ताल के कारण प्रदेश भर की मंडियों में आलू का संकट पैदा हो सकता है। प्रगतिशील आलू व्यवसायी समिति का आरोप है कि दूसरे राज्यों और यहां तक कि दूसरे जिलों में आलू भेजने में अनावश्यक जटिलताएं पैदा की जा रही हैं। इसी आरोप को सामने रखते हुए उन्होंने दोबारा हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। एसोसिएशन के प्रदेश नेतृत्व ने कहा कि शनिवार रात से पूरे प्रदेश में हड़ताल शुरू हो जायेगी। अगर ऐसा हुआ तो स्वाभाविक रूप से बाजारों में आलू की किल्लत व पैदा हो जाएगी।
प्रगतिशील आलू व्यवसायी समिति ने दूसरे राज्यों में आलू के निर्यात में पुलिस की बाधा का आरोप लगाते हुए गत 20 जुलाई को राज्य भर में हड़ताल का आह्वान किया था। यह हड़ताल 5 दिनों तक चली थी। उस समय प्रदेश की मंडियों में आलू का संकट था। हालांकि, उस वक्त पंचायत मंत्री प्रदीप मजूमदार और कृषि विपणन मंत्री बेचाराम मन्ना ने आलू व्यापारियों के साथ बैठक की थी।
दोनों मंत्रियों से समस्या के समाधान का आश्वासन मिलने के बाद आलू व्यापारियों ने भी हड़ताल खत्म करने का फैसला किया था लेकिन अब एक बार फिर आलू व्यवसायियों ने फिर उसी रास्ते पर चलने की बात कही है। समिति का दावा है कि आलू व्यापारियों को न सिर्फ पड़ोसी राज्यों बल्कि दूसरे जिलों में भी आलू भेजने में पुलिस और प्रशासन की ओर से परेशान किया जा रहा है।