बीरभूम : बीरभूम जिले के इलमबाजार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक मरीज ड्यूटी पर मौजूद एक नर्स से छेड़छाड़ करने का आरोप लगने के बाद डॉक्टरों और नर्सों ने रविवार सुबह सुरक्षा की मांग के साथ विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने आरोपित को हिरासत में लिया है।
गुस्साए डॉक्टरों और नर्सों ने विरोध में रविवार को स्वास्थ्य केंद्र के सामने मार्च किया। वे ‘नो सेफ्टी, नो ड्यूटी’ के पोस्टर लेकर इलमबाजार थाने गए और वहां एक ज्ञापन सौंपा। आर.जी. कर मामले के बीच इलमबाजार स्वास्थ्य केंद्र की इस घटना ने महिला चिकित्साकर्मियों की सुरक्षा पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं।
लगभग पांच ग्राम पंचायतों के लोग बीरभूम के 30 बेड वाले इलमबाजार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर निर्भर हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बुखार से पीड़ित एक व्यक्ति को स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था। नर्स रात में मरीज को इंजेक्शन देने गयी थी आरोप है कि उस वक्त मरीज ने उसके साथ छेड़छाड़ की। इस घटना से रात से ही डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी आक्रोशित हो गए। आरोपित मरीज को रात में बोलपुर महकमा अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। खबर पाकर इलमबाजार थाने की पुलिस स्वास्थ्य केंद्र आयी। बाद में इलाज के दौरान पुलिस ने मरीज को गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल वह बर्दवान मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में पुलिस निगरानी में भर्ती है।
स्वास्थ्य कर्मी जलपना सरकार ने कहा कि हम पूरी रात काम करते हैं। हमने कोविड के समय में भी सेवाएं प्रदान की हैं। हमारे पास कोई सुरक्षा नहीं है। स्वास्थ्य केंद्र में दो पुलिसकर्मियों को रखा जा सकता है। हम इस तरह कैसे काम कर सकते हैं ? हमारी एक नर्स के साथ छेड़छाड़ की गई। हम आज इसके खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। अगर हमें सुरक्षा नहीं दी गई तो हम अपना कर्तव्य नहीं निभा पाएंगे। इलमबाजार के बीएमओएच सुबीरकुमार रॉयचौधरी ने स्वास्थ्य कर्मियों के इस विरोध का समर्थन किया।