नयी दिल्ली : योगेश कथुनिया ने सोमवार को स्टेड डी फ्रांस में आयोजित पेरिस 2024 पैरालिंपिक के पैरा-एथलेटिक्स पुरुष डिस्कस एफ56 स्पर्धा में रजत पदक जीता। यह भारत का पैरालिंपिक में आठवां पदक था।
27 वर्षीय योगेश ने इस स्पर्धा में 42.22 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो किया, जो इस सत्र का उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। ब्राजील के क्लॉडनी बतिस्ता डॉस सैंटोस ने 46.86 मीटर के पैरालंपिक रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता। ग्रीस के कोंस्टेंटिनोस त्ज़ुनिस ने 41.32 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ कांस्य पदक जीता। स्लोवाकिया के डुसन लैक्ज़को 41.20 मीटर थ्रो के साथ चौथे स्थान पर रहे। सर्बिया के नेबोजसा ड्यूरिक ने क्वालीफ़ाई करने के बावजूद फ़ाइनल में भाग नहीं लिया।
योगेश ने अपने सीज़न के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को पीछे छोड़ते हुए थ्रो की शुरुआत की। उनके 42.22 मीटर थ्रो ने उन्हें ब्राज़ील के क्लॉडनी बतिस्ता डॉस सैंटोस के पीछे दूसरे स्थान पर पहुंचा दिया।
योगेश को ब्राज़ील खिलाड़ी को पछाड़ने के लिए लंबी दूरी तक थ्रो करना था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ क्योंकि 27 वर्षीय खिलाड़ी की दूरी प्रत्येक थ्रो के साथ कम होती गई। 41 मीटर के दो थ्रो के बाद 40 के रेंज में दो थ्रो हुए और फिर 39.68 मीटर का अंतिम थ्रो हुआ।
त्ज़ूनिस क्रम में अंतिम स्थान पर रहे, लेकिन अपने पांचवें प्रयास में 41.32 का सर्वश्रेष्ठ थ्रो ही कर पाए, जिससे उन्हें कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।