कोलकाता : आरजी कर मेडिकल कॉलेज वित्तीय अनियमितता मामले में प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) की टीम ने संदीप घोष के करीबी माने जाने वाले प्रसून चट्टोपाध्याय के घर लगातार सात घंटे की तलाशी के बाद उन्हें हिरासत में लिया। दोपहर दो बजे के आसपास ईडी अधिकारियों ने प्रसून को उनके घर से बाहर निकाला। इस दौरान घर के बाहर कुछ लोगों ने “वी वांट जस्टिस” के नारे भी लगाए।
ईडी सूत्रों के अनुसार, प्रसून को कैनिंग के नारायणपुर मौजा में स्थित संदीप घोष के बंगले में ले जाया गया है। आरजी कर मेडिकल कॉलेज वित्तीय अनियमितताओं के मामले में गिरफ्ता संदीप घोष का यह बंगला ‘संगीतासंदीप विला’ के नाम से जाना जाता है और स्थानीय लोगों का कहना है कि संदीप अपने परिवार के सदस्यों के साथ वहां अक्सर आते थे।
प्रसून, जो नेशनल मेडिकल कॉलेज में डेटा एंट्री ऑपरेटर के पद पर कार्यरत थे, संदीप के करीबी सहयोगी के रूप में जाने जाते हैं। आरजी कर कांड के बाद संदीप घोष को नेशनल मेडिकल कॉलेज में स्थानांतरित किया गया था, लेकिन वहां वे विरोध और प्रदर्शन के कारण जॉइन नहीं कर पाए।
आरजी कर कांड में वायरल हुए एक वीडियो में देखा गया था कि जिस सेमिनार हॉल में महिला डॉक्टर की लाश पाई गई थी, वहां काफी भीड़ थी। इस वीडियो में लगभग 30 लोगों की उपस्थिति देखी गई थी, जिनमें संदीप घोष के तत्कालीन निजी सहायक प्रसून चट्टोपाध्याय, संदीप के वकील शांतनु डे, और अस्पताल के फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के शिक्षक देवाशीष सोम शामिल थे। वीडियो में आरजी कर मेडिकल कॉलेज के आउटपोस्ट के प्रभारी ओसी संजीव मुखोपाध्याय को भी देखा गया था, हालांकि इस वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं की जा सकी है।
वायरल वीडियो सामने आने के बाद डॉक्टरों के एक समूह ने सवाल उठाया था कि नेशनल मेडिकल कॉलेज में काम करने वाले प्रसून आरजी कर अस्पताल में क्यों गए थे। प्रसून के खिलाफ नेशनल मेडिकल के डॉक्टरों ने भी विरोध प्रदर्शन किया था। ईडी के अनुसार, आरजी कर के वित्तीय घोटाले की जांच के दौरान प्रसून की गतिविधियों पर नज़र रखी जा रही थी, और इसी जांच के तहत शुक्रवार को उनके घर पर छापा मारा गया।