डॉक्टरों के मंच पर ममता के पहुंचने को लेकर शुभेंदु ने कहा यह दोहरा चरित्र है

कोलकाता, 14 सितंबर (हि.स.)। शनिवार दोपहर अचानक पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी स्वास्थ्य भवन में डॉक्टरों के धरना मंच पर पहुंचीं। इस पर राज्य के विपक्षी दल के नेता शुभेंदु अधिकारी का कहना है कि यह पूरी तरह से दोहरा चरित्र है।

ममता बनर्जी ने डॉक्टरों के प्रदर्शन मंच से कहा कि जिस तरह से वे रातों की नींद खो रहे हैं, वैसा ही उनके साथ भी हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह भी डॉक्टरों की चिंता में सो नहीं पा रही हैं। इस पर शुभेंदु अधिकारी का आरोप है कि ममता बनर्जी महज नाटक कर रही हैं। वह डॉक्टरों के सामने एक ‘अच्छी इंसान’ बनने की कोशिश कर रही हैं और उनका सहानुभूति प्राप्त करना चाहती हैं।

शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि डॉक्टरों के साथ बैठक का लाइवस्ट्रीमिंग करने में ममता बनर्जी को दिक्कत थी, जबकि आज वह सीधे मंच पर जाकर एकतरफा भाषण दे आईं। इसमें कोई समस्या नहीं हुई?”

भाजपा विधायक का दावा है कि मुख्यमंत्री ने यह सब अपने निजी हितों के लिए किया है।

शुभेंदु अधिकारी का स्पष्ट आरोप है कि ममता बनर्जी जूनियर डॉक्टरों के साथ बैठक का केवल नाटक कर रही हैं। ‘वी वांट जस्टिस’ के नारे के उठते ही वह मामले को सीबीआई की ओर मोड़ना चाहती हैं। उन्होंने दावा किया कि सुरक्षा पुख्ता न होने के बावजूद ममता धरना मंच पर आईं, जबकि उनके साथ राज्य पुलिस के डीजी भी खड़े थे। उन्होंने सवाल उठाया, “मुख्यमंत्री को और कितनी सुरक्षा चाहिए?”

जूनियर डॉक्टरों के मंच पर ममता बनर्जी ने अपने 26 दिनों के धरने की बात भी याद दिलाई। उन्होंने कहा कि जब वह धरना पर थीं, तब कोई उनसे मिलने नहीं आया था। इस पर भी शुभेंदु अधिकारी ने मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा, “मुख्यमंत्री, आपके 26 दिनों का धरना कितना वास्तविक था, यह सबको पता चल गया है। अगर आप सच में अपनी छवि बदलना चाहती हैं, तो तुरंत इस्तीफा दें।”

शुभेंदु अधिकारी ने सुझाव दिया कि मुख्यमंत्री पद से नहीं तो कम से कम स्वास्थ्य और गृह मंत्रालय के पद से ममता बनर्जी को इस्तीफा दे देना चाहिए।

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