कोलकाता : केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने सोमवार को पश्चिम बंगाल के दो जिलों की नगर पालिकाओं के शीर्ष अधिकारियों को पूछताछ के लिए तलब किया है। सीबीआई राज्य में करोड़ों रुपये के ‘म्युनिसिपालिटी जॉब घोटाले’ की जांच कर रही है।
सूत्रों के अनुसार, सीबीआई ने उत्तर 24 परगना जिले की हलीशहर नगर पालिका और नदिया जिले की राणाघाट नगर पालिका के अधिकारियों को नोटिस भेजा है। दोनों अधिकारियों को इस सप्ताह सीबीआई के निजाम पैलेस स्थित कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा गया है।
सीबीआई अधिकारियों ने इन नगर पालिकाओं में भारी राशि लेकर किए गए अवैध भर्तियों के साक्ष्य जुटाए हैं। इन भर्तियों में मुख्य रूप से ड्राइवर, सहायक, स्वास्थ्यकर्मी और सफाईकर्मी के पद शामिल हैं।
हलीशहर और राणाघाट के अलावा, सीबीआई के रडार पर उत्तर 24 परगना जिले की पानीहाटी, साउथ दमदम और नॉर्थ दमदम नगरपालिकाएं और दक्षिण 24 परगना जिले की डायमंड हार्बर नगर पालिका भी हैं।
सूत्रों के अनुसार, इन अधिकारियों के नाम पूछताछ के दौरान सामने आए थे, जब सीबीआई ने इस मामले के आरोपित अयन सिल, जो ‘कैश फॉर स्कूल जॉब्स’ घोटाले का भी आरोपित है, से पूछताछ की थी। सिल एक निजी प्रमोटर है और इस घोटाले में उसकी अहम भूमिका रही है।
इसके अलावा, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारी, जो स्कूल और म्युनिसिपलिटी जॉब घोटाले में समानांतर जांच कर रहे हैं, ने भी मार्च 2023 में सिल के आवास पर छापेमारी के दौरान इन भर्तियों में अनियमितताओं के बारे में जानकारी हासिल की थी।
हाल ही में सीबीआई ने अयन सिल और पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी को स्कूल जॉब घोटाले में गिरफ्तार किया था। दोनों को पहले ईडी द्वारा गिरफ्तार किया गया था और तब से वे न्यायिक हिरासत में हैं। चटर्जी को जुलाई 2022 में और सिल को मार्च 2023 में गिरफ्तार किया गया था।