कोलकाता : तूफान ‘दाना’ का पश्चिम बंगाल में ज्यादा असर नहीं दिखा, लेकिन इसके डर से शुक्रवार को कई लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकले। इस कारण विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की संख्या सामान्य से काफी कम रही। पूर्वघोषणा के अनुसार, शुक्रवार सुबह दसबजे से सियालदह दक्षिण शाखा पर ट्रेनों का परिचालन फिर से शुरू हुआ। एहतियातन गुरुवार रात आठ बजे से इस शाखा पर ट्रेन सेवाएं रोक दी गई थीं।
सियालदह और बारासात से हसनाबाद शाखा में भी गुरुवार रात आठ बजे से शुक्रवार सुबह 10 बजे तक ट्रेन सेवाएं बाधित रहीं। इसी तरह, पूर्व रेलवे के हावड़ा डिवीजन में भी कुछ ट्रेनों को रद्द करने की जानकारी दी गई थी। हालांकि, हावड़ा और सियालदह मुख्य शाखा पर सामान्य सेवाएं जारी रहीं और ट्रेनें समय पर चलीं। बावजूद इसके, शुक्रवार सुबह इन दोनों शाखाओं पर यात्रियों की संख्या सामान्य से काफी कम देखी गई। हावड़ा बस स्टैंड पर भी सुबह में बसों की संख्या कम थी, जो दिन में बढ़ गई।
कोलकाता हवाई अड्डे को लेकर भी बुधवार को ही घोषणा की गई थी कि गुरुवार शाम छह बजे से शुक्रवार सुबह नौ बजे तक उड़ानों का परिचालन बंद रहेगा। केवल कोलकाता ही नहीं, भुवनेश्वर के बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को भी गुरुवार शाम से 16 घंटे के लिए बंद रखा गया था। सुबह नौ बजे से दोनों हवाई अड्डों पर उड़ान सेवाएं फिर से शुरू हो गईं।
कोलकाता से रोज़ाना औसतन 400 उड़ानें और भुवनेश्वर से 100 उड़ानें संचालित होती हैं। तूफान ‘दाना’ के कारण बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द की गईं, जिससे यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा। शुक्रवार सुबह हवाई सेवाएं पुनर्बहाल होने से पहले ही हवाई अड्डों पर यात्रियों की भीड़ देखी गई।
तूफान ‘दाना’ से होने वाले संभावित नुकसान से बचने के लिए 552 से अधिक एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनें रद्द की गई थीं। दक्षिण-पूर्व रेलवे ने 150 ट्रेनें, ईस्ट कोस्ट रेलवे ने 198 ट्रेनें, पूर्व रेलवे ने 200 से अधिक ट्रेनें और दक्षिण-पूर्व-मध्य रेलवे ने 14 ट्रेनें रद्द की थीं। गुरुवार शाम को हावड़ा स्टेशन पर पहुंचने वाले कई यात्रियों को ट्रेनों के रद्द होने की जानकारी मिली, जिससे कई यात्रियों ने स्टेशन परिसर में ही रुकने का निर्णय लिया। शुक्रवार सुबह सियालदह दक्षिण शाखा पर ट्रेनों का संचालन फिर से शुरू होने के बाद यात्रियों ने राहत की सांस ली।