कोलकाता : पश्चिम बंगाल में टीकाकरण के दौरान करीब 18 लाख लोग टीके का पहला डोज लेने के बाद दूसरे डोज के लिए समय पर नहीं पहुंचे हैं। इनमें अधिकतर लोग या तो नौकरी या अन्य कामों के लिए दूसरे राज्य में चले गए हैं या उनकी मौत हो गई है। इसका खुलासा स्वास्थ्य विभाग की एक हालिया सर्वेक्षण रिपोर्ट में हुआ है।
स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि करीब 18 लाख लोग दूसरा डोज लेने नहीं आए, यह एक बहुत गंभीर मामला है। उन्होंने बताया कि सर्वेक्षण के अनुसार इस मामले में हुगली शीर्ष पर है, जहां एक लाख 40 हजार 403 लोग दूसरा डोज लेने समय पर नहीं पहुंचे, जबकि कलिमपोंग में सबसे कम 11 हजार 746 लोग नहीं पहुंचे। अधिकारी ने बताया कि कई लोग ऐसे हैं, जिनकी दूसरा डोज लेने से पहले मौत हो गई। कुछ लोग पहला डोज लेने के बाद संक्रमित हो गए और अगला डोज लेने के लिए समय पर नहीं पहुंच सके। उन्होंने बताया कि कुछ लोगों ने पहले डोज के बाद अपना मोबाइल नंबर बदल लिया है, इसलिए उनसे संपर्क नहीं हो पाया। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि लॉकडाउन नियमों में ढील के बाद कुछ लोग रोजगार के सिलसिले में अन्य राज्यों में चले गए।
इस सर्वेक्षण रिपोर्ट में कोवैक्सीन और कोविशील्ड का पहला डोज ले चुके लाभार्थियों को शामिल किया गया। कोवैक्सीन का पहला डोज लेने के 28 से 42 दिन के भीतर और कोविशील्ड का दूसरा डोज पहला डोज लेने के 84 से 112 दिनों के भीतर लेना होता है। यह अध्ययन राज्य के 23 जिलों और पांच स्वास्थ्य जिलों में किया गया। राज्य में अभी तक छह करोड़ 14 लाख 43 हजार 875 लोगों को टीके का पहला डोज दिया जा चुका है।