कोलकाता : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को पश्चिम बंगाल की तृणमूल सरकार पर “राज्य-प्रायोजित घुसपैठ” और भ्रष्टाचारियों में संलिप्त होने का आरोप लगाया। उन्हाेंने कहा कि संदेशखाली में महिलाओं पर हुए हमलों और आरजी कर अस्पताल में डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना राज्य में महिलाओं की सुरक्षा की खस्ता हालत को दर्शाती हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री शाह ने यह आराेप आज पश्चिम बंगाल में भाजपा के सदस्यता अभियान कार्यक्रम के दाैरान पार्टी कार्यकर्ताओं काे संबाेधित करते हुए लगाए।उन्हाेंने कहा कि राज्य में महिलाओं के साथ हाे रही घटनाएं और बढ़ते अपराध राज्य की कानून व्यवस्था की बदतर स्थिति काे बताती हैं।
शाह ने पश्चिम बंगाल में भाजपा के सदस्यता अभियान की शुरुआत करते हुए राज्य से एक करोड़ सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा। उन्होंने कहा कि “2026 के विधानसभा चुनावों में भाजपा सरकार का चुनाव करना और दो-तिहाई बहुमत के साथ सत्ता में आना ही राज्य में भ्रष्टाचार और घुसपैठ की समस्याओं का समाधान कर सकता है।”
उन्हाेंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे राज्य में अपनी ताकत को कम न समझें। उन्होंने कहा, “ममता दीदी को यह नहीं सोचना चाहिए कि हम पश्चिम बंगाल में कुछ सीटें पाने के बाद खाली बैठे हैं।”
दरअसल भाजपा का लक्ष्य पश्चिम बंगाल से 30 से अधिक लोकसभा सीटें जीतने का था, लेकिन उसे 12 सीटें ही मिल पाईं, जो 2019 से छह सीटें कम थीं। पश्चिम बंगाल में कुल 42 लोकसभा सीटें हैं।
महिला सुरक्षा के मुद्दे पर चिंता व्यक्त करते हुए शाह ने संदेशखाली और आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में हाल की घटनाओं का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि ये घटनाएं बंगाल में महिलाओं की सुरक्षा के अभाव को प्रदर्शित करती हैं। उन्होंने कहा, “हमारी माताएं और बहनें बंगाल में सुरक्षित नहीं हैं।” उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा के लिए तत्काल कदम उठाने का आह्वान किया। अमित शाह का यह दौरा लोकसभा चुनावों और आरजी कर अस्पताल की घटना के बाद पश्चिम बंगाल का पहला दौरा था।