कोलकाता : उच्च माध्यमिक शिक्षा संसद ने 11वीं कक्षा की दूसरी सेमेस्टर परीक्षा का समय एक घंटे पहले कर दिया है। पहले यह परीक्षा दोपहर तीन बजे से शुरू होनी थी, लेकिन अब इसे दोपहर दो बजे से शाम चार बजे तक आयोजित किया जाएगा। शिक्षा संसद के इस फैसले का मुख्य उद्देश्य परीक्षा के बाद छात्रों को घर लौटने में होने वाली असुविधा को दूर करना है, विशेष रूप से उन छात्रों के लिए जो दूरस्थ स्थानों से आते हैं।
शिक्षा संसद के अध्यक्ष चिरंजीव भट्टाचार्य ने बताया कि इस निर्णय में रमजान के समय को ध्यान में रखा गया है, ताकि परीक्षा देने वाले मुस्लिम छात्रों को अधिक सुविधा हो। उन्होंने कहा कि देर से परीक्षा समाप्त होने पर दूरस्थ क्षेत्रों से आने वाले छात्रों को घर लौटने में कठिनाई होती है। इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए 11वीं कक्षा की परीक्षा का समय एक घंटा पहले कर दिया गया है।
इससे पहले, परीक्षा दोपहर तीन बजे से शाम पांच बजे तक आयोजित की जानी थी। लेकिन अब नए समय के अनुसार, यह परीक्षा दोपहर दो बजे से शुरू होकर शाम चार बजे तक चलेगी। हालांकि, इसी दिन के पहले हिस्से में आयोजित होने वाली उच्च माध्यमिक परीक्षा का समय यथावत रखा गया है। उच्च माध्यमिक परीक्षा तीन मार्च से 18 मार्च तक आयोजित होगी, जिसमें परीक्षा सुबह 10 बजे से शुरू होकर दोपहर 1:15 बजे तक चलेगी। 11वीं कक्षा की परीक्षा उच्च माध्यमिक परीक्षा के एक घंटे बाद शुरू होगी।
यादवपुर विद्यालय के प्रिंसिपल पार्थ प्रतिम बैद्य ने शिक्षा संसद के इस निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए यह एक अच्छा प्रयास है। रमजान के दौरान रोजा रखने वाले छात्रों के लिए यह निर्णय मददगार साबित होगा। शिक्षा संसद ने हमेशा छात्रों के हित में निर्णय लिया है।
विषय आधारित परीक्षाएं दो घंटे की अवधि में होंगी, लेकिन कला, संगीत और व्यावसायिक विषयों की परीक्षा एक घंटे 15 मिनट की अवधि में ली जाएगी। यह परीक्षा दोपहर दो बजे से शुरू होकर 3:15 बजे तक चलेगी।
बंगीय शिक्षक और शिक्षाकर्मी संघ के महासचिव स्वप्न मंडल ने इस बदलाव पर सवाल उठाते हुए कहा कि शिक्षा संसद ने आखिरी समय में आकर परीक्षा का समय बदल दिया, लेकिन इसका कारण स्पष्ट नहीं किया। इस तरह की बार-बार की समय परिवर्तन से संस्थान की विश्वसनीयता पर सवाल उठते हैं। इस तरह के फैसले सभी संबंधित पक्षों से चर्चा के बाद लिए जाने चाहिए।
इसके साथ ही, शिक्षा संसद ने 2025 के उच्च माध्यमिक परीक्षार्थियों की टेस्ट परीक्षा का निर्देश दिया है, जिसे सभी स्कूलों को 30 नवंबर तक पूरा करना अनिवार्य होगा।