हंगामा करने के फिराक में पाकिस्तानपरस्त
सोशल मीडिया पर भारत के खिलाफ दुष्प्रचार करने वालों पर कार्रवाई को बुद्धिजीवियों ने बताया जरूरी
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के कार्यक्रम के दौरान बांग्लादेश के बीएनपी-जमात के नेता कर सकते हैं हंगामा
ढाका : बांग्लादेश में 16 दिसंबर को आयोजित होने वाले विजय दिवस कार्यक्रम में इस बार भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। बांग्लादेश सरकार के इस निर्णय का कई बुद्धिजिवियों ने स्वागत किया है। वहीं बांग्लादेश में पाकिस्तानपरस्त लोगों के राष्ट्रपति कोविंद के कार्यक्रम के दौरान हंगामा करने की आशंका जताते हुए इन बुद्धिजिवियों ने सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की जरूरत बताई है।
दरअसल, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पाकिस्तान से 1971 में बांग्लादेश को मिली आजादी के स्वर्ण जयंती समारोह में शामिल होने के लिए बांग्लादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हामिद के आमंत्रण पर 16 दिसंबर को ढाका जाएंगे। भारत के राष्ट्रपति की इस बांग्लादेश यात्रा के दौरान बांग्लादेश की बीएनपी-जमात के नेता और कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर तरह-तरह के दुष्प्रचार हो रहे हैं ताकि भारत के राष्ट्रपति की बांग्लादेश यात्रा को विफल किया जा सके। इससे पहले भी गत 26 मार्च को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बांग्लादेश दौरे पर जबरदस्त विरोध प्रदर्शन और हंगामा किया था।
बांग्लादेश इस्लामिक यूनिटी एलायंस के अध्यक्ष मिस्बाहुर रहमान चौधरी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के पूर्व सलाहकार सर द डेली ऑब्जर्वर के संपादक इकबाल शोभन चौधरी ने भारत के राष्ट्रपति को आमंत्रण भेजने के निर्णय का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि भारत ने बांग्लादेश के स्वतंत्रता संग्राम में अपना खून बहा कर कुर्बानी दी है, भारत के राष्ट्रपति को आमंत्रित करना गर्व की बात है।
उन्होंने बताया कि चीन के उइगर प्रांत में हजारों मुसलमानों के साथ अमानवीय व्यवहार किया जा रहा है।एक मस्जिद को गिरा कर वहां शौचालय का निर्माण किया गया है लेकिन मौलाना रोनी समेत तथाकथित पाकिस्तान समर्थक जमात पंथ के बुद्धिजीवी चीन में मुसलमानों पर हो रहे अत्याचार पर खामोश हैं। उनकी निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया का सही तरीके से प्रबंधन किए बिना अपने फायदे के लिए आम लोगों को गुमराह करना बंद करना जरूरी है। भारत के राष्ट्रपति कोविंद के दौरे को लेकर भ्रम फैलाने वालों के खिलाफ जल्द कार्रवाई करने की जरूरत है।
इकबाल शोभन चौधरी ने कहा कि पत्रकारों को भी कई मामलों में गिरफ्तार किया गया है। लेकिन सोशल मीडिया के जरिए आम लोगों में भ्रम फैलाने वालों पर कार्रवाई क्यों नहीं। देर हुई तो भारत के प्रधानमंत्री के 26 मार्च के दौरे के दौरान प्रदर्शन जैसे हालात बन सकते हैं। हमें पाकिस्तानपरस्तों के प्रति सख्त होना होगा।
बांग्लादेश फेडरल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (बीएफयूजे) के महासचिव दीप आजाद ने बताया कि पत्रकार समुदाय डिजिटल सुरक्षा अधिनियम (आईसीटी) के खिलाफ है। सोशल मीडिया के माध्यम से झूठी सूचना फैलाने और देश के आम लोगों में भ्रम और अशांति पैदा करने वालों के खिलाफ न केवल आईसीटी अधिनियम बल्कि सख्त कानून भी लागू करने की जरूरत है। उम्मीद है कि सोशल मीडिया के जरिए भारत के राष्ट्रपति के दौरे की अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ प्रशासन कड़ी कार्रवाई करेगा।
बांग्लादेश पुलिस के अतिरिक्त आईजी (मीडिया) कमरुज्जमां ने कहा कि न केवल भारत के राष्ट्रपति बल्कि सोशल मीडिया के जरिए ऐसे वीआईपी के खिलाफ दुष्प्रचार करने वालों पर भी नजर रखी जा रही है। आरोपितों के खिलाफ त्वरित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।