3 नवंबर 1988 की सुबह भारतीय विदेश मंत्रालय को खबर मिली कि मालदीव में बगावत हो गई है। हथियारबंद विद्रोही सड़कों पर घूम रहे हैं। राष्ट्रपति मामून अब्दुल गयूम सेफ हाउस में छिपे हैं। दरअसल, इसी तारीख को मालदीव के राष्ट्रपति गयूम को भारत के दौरे पर आना था और उनकी गैर मौजूदगी में बिना किसी प्रतिरोध के तख्तापलट की साजिश थी।
तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री राजीव गांधी के अचानक किसी कार्यक्रम में जाने की वजह से मालदीव के राष्ट्रपति गयूम का दिल्ली दौरा आगे के लिए टल गया। इसके बावजूद गयूम के खिलाफ विद्रोह की योजना बनाने वाले मालदीव के व्यापारी अब्दुल्ला लुथूफी और उसके साथी सिक्का अहमद इस्माइल मानिक ने तय किया कि बगावत को स्थगित नहीं किया जाएगा।
साजिशकर्ताओं ने श्रीलंका के चरमपंथी संगठन ‘प्लोट’ (पीपुल्स लिबरेशन ऑर्गेनाइजेशन ऑफ तमिल ईलम) के भाड़े के लड़ाकुओं को पर्यटकों के भेष में स्पीड बोट्स के जरिए पहले ही माले पहुंचा दिया था। जो संकेत मिलते ही सक्रिय हो गए। देखते ही देखते राजधानी माले की सड़कों पर विद्रोह शुरू हो गया। सड़कों पर भाड़े के लड़ाकू गोलियां चलाते हुए घूमने लगे। विद्रोहियों ने बंदरगाह, टेलीफोन एक्सचेंज सहित प्रमुख सरकारी इमारतों पर कब्जा करना शुरू कर दिया।
ऐसी स्थिति में राष्ट्रपति गयूम ने नई दिल्ली से तत्काल मदद मांगी। भारतीय वायुसेना के जहाज से सेना के 300 जवान मालदीव भेजे गए। नौ घंटे में भारतीय सेना मालदीव पहुंच गई। इस बीच भारत ने कोच्चि से और जवानों को रवाना कर दिया। माले के ऊपर भारतीय वायुसेना के मिराज विमान उड़ान भरने लगे।
भारतीय सेना ने माले के मुख्य एयरपोर्ट को नियंत्रण में लेकर राष्ट्रपति गयूम को सुरक्षित किया। कुछ ही घंटों में भारतीय सैनिकों ने मालदीव में तख्तापलट की कोशिशों को पूरी तरह से विफल कर दिया। इस अभियान को ऑपरेशन कैक्टस नाम दिया गया और इसकी अगुवाई पैराशूट ब्रिगेड के ब्रिगेडियर फारुख बुलसारा ने की। संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका और ब्रिटेन समेत कई देशों ने भारतीय कार्रवाई की तारीफ की।
अन्य अहम घटनाएंः
644- ईसा पश्चात्- दूसरे मुस्लिम खलीफा उमर इब्न अल खत्ताब की मदीना में एक फारसी गुलाम ने हत्या कर दी।
1394- फ्रांस के सम्राट चार्ल्स षष्ठम ने यहूदियाें को फ्रांस से बाहर कर दिया।
1493- क्रिस्टोफर कोलंबस ने डोमिनिका द्वीप की खोज की।
1655- इंग्लैंड और फ्रांस ने सैन्य और आर्थिक समझौतों पर हस्ताक्षर किये।
1762- ब्रिटेन और स्पेन के बीच पेरिस की संधि हुई।
1796- जॉन एडम्स अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गये।
1869 – कनाडा में हैमिल्टन फुटबाॅल क्लब अस्तित्व में आया।
1903- पनामा को कोलंबिया से आजादी मिली।
1938- ‘असम हिन्दी प्रचार समिति’ नामक संस्था कायम की गई।
1948- भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपना पहला भाषण दिया।
1958- तत्कालीन सोवियत संघ ने परमाणु परीक्षण किया।
1962- चीन के हमले के मद्देनजर भारत में गोल्ड बाॅन्ड स्कीम की घाेषणा की गयी।
1984- भारत में सिख विरोधी दंगों में तीन हजार से ज्यादा लोग मारे गए।
1988- भारतीय सशस्त्र सेना ने मालदीव में हुए सैन्य विद्रोह को दबाने में वहाँ की सरकार की सहायता के लिए अभियान शुरू किया।
1997- जी-15 समूह का सातवां शिखर सम्मेलन कुआलालम्पुर में प्रारम्भ।
2000- भारत सरकार द्वारा डायरेक्ट टू होम प्रसारण सेवा सभी के लिये शुरू की गयी।
2001- अमेरिका ने लश्कर व जैश-ए-मोहम्मद पर प्रतिबंध लगाया।
2002- नखोम पाथोम की बैठक में लिट्टे ने राजनीति की मुख्यधारा में शामिल होने की इच्छा व्यक्त की।
2003- पाकिस्तान और चीन के बीच बीजिंग में आठ समझौतों पर हस्ताक्षर।
2006- भारत-बेल्जियम में सामाजिक सुरक्षा गारंटी पर समझौता हुआ।
2007- पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की प्रमुख बेनजीर भुट्टो को उनके घर में नजरबन्द किया गया।
पाकिस्तान में परवेज मुशर्रफ ने संविधान रद्द कर और सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को हटाकर आपातकाल की घोषणा की।
2011 – फ्रांस के कान्स में जी-20 शिखर सम्मेलन शुरू हुआ जिसमें यूरोजोन ऋण संकट पर चर्चा की गई।
2014 – अमेरिका में आतंकवादी हमले में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर गिराये जाने के 13 साल बाद उसी जगह वर्ल्ड ट्रेड सेंटर खोला गया।