कोलकाता : पश्चिम बंगाल विधानसभा में वक्फ संशोधन विधेयक 2024 के खिलाफ प्रस्ताव पेश किया जाएगा। संसदीय कार्य मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि इसके लिए अभी तारीख तय नहीं की गई है।
चट्टोपाध्याय ने वक्फ संशोधन विधेयक को “विभाजनकारी” बताते हुए दावा किया कि यह अल्पसंख्यकों को हाशिए पर धकेल सकता है और उनके अधिकारों का उल्लंघन कर सकता है। उन्होंने विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि प्रस्ताव पेश करने की तारीख अभी तय नहीं की गई है।
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने इस विधेयक का पहले भी विरोध किया है। केंद्र सरकार के एनडीए ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान विचार के लिए वक्फ संशोधन विधेयक समेत 16 विधेयकों को सूचीबद्ध किया है। वक्फ संशोधन विधेयक 2024 का उद्देश्य वक्फ अधिनियम 1995 में संशोधन करना है ताकि वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन और प्रशासन में सुधार हो सके। यह विधेयक वक्फ संपत्तियों के नियमन और प्रबंधन में आने वाली समस्याओं को हल करने की दिशा में लाया गया है।
इस बीच, पश्चिम बंगाल के मंत्री और कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने कहा कि तृणमूल का अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ इस विधेयक के विरोध में 30 नवंबर को कोलकाता में रैली आयोजित करेगा।
हकीम ने विधानसभा परिसर में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान बताया कि इस रैली में टीएमसी के ज्वाॅइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (जेपीसी) के सदस्य और श्रीरामपुर से सांसद कल्याण बनर्जी मुख्य वक्ता होंगे। यह रैली रानी रासमणि एवेन्यू पर आयोजित की जाएगी। इसके अलावा, तृणमूल के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अन्य प्रमुख नेता और फिरहाद हकीम भी इस सभा को संबोधित करेंगे।